23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ भगवान का एकांतवास समाप्त, आज नेत्रदान, कल निकलेगी रथयात्रा

Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 की तैयारियां चरम पर हैं. 15 दिनों के एकांतवास के बाद भगवान जगन्नाथ आज नेत्रदान अनुष्ठान के साथ भक्तों को दर्शन देंगे. रथ यात्रा का भव्य आयोजन 27 जून को होगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु रस्सी खींचने और दर्शन का पुण्य अर्जित करेंगे.

Jagannath Rath Yatra 2024: रांची स्थित ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर में 26 जून को भगवान जगन्नाथ का नेत्रदान अनुष्ठान भक्तों के लिए आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम लेकर आया है. 15 दिनों के एकांतवास (अनासर) के बाद भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा, गुरुवार को भक्तों को दर्शन देंगे.

अनुष्ठान की दिनभर की रूपरेखा

  • सुबह: स्नान मंडप में भगवान की नित्य पूजा और अर्चना होगी. इसके बाद ब्लुए भोग अर्पित किया जाएगा.
  • दोपहर 12 बजे: अन्न भोग के साथ मंडप का पट बंद होगा.
  • दोपहर 3 बजे: पट पुनः खोले जाएंगे, राधा-कृष्ण व अन्य देवताओं के दर्शन होंगे.
  • शाम 4 बजे: दर्शन बंद कर भगवान को स्नान मंडप में विराजमान किया जाएगा.
  • शाम 5 बजे: नेत्रदान अनुष्ठान प्रारंभ होगा, पूजन के उपरांत धूप आरती और मालपुआ का भोग लगेगा.
  • शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक: 108 दीपों से भव्य मंगल आरती के साथ भगवान के दर्शन व पूजा आम श्रद्धालुओं के लिए सुलभ रहेंगे.
  • 27 जून: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा
  • अगले दिन, 27 जून को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी. यह दिन विशेष इसलिए होता है क्योंकि केवल इसी दिन भगवान को सुबह अन्न भोग अर्पित किया जाता है, जिसमें चावल, दाल, सब्ज़ी, मोठा पुलाव और खोर शामिल होते हैं.
  • सुबह 4 बजे: विशेष पूजा की शुरुआत
  • 4:30 बजे: अन्न भोग अर्पित
  • 5 बजे से: सर्वदर्शन सुलभ
  • दोपहर 12 बजे: पट बंद
  • 2:30 बजे तक: भगवान के विग्रहों को रथ पर विराजमान किया जाएगा
  • 3 बजे: श्रृंगार-पूजन
  • 3:30 से 4:30 बजे तक: विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ
  • 5 बजे: रथ यात्रा का शुभारंभ
  • 6 बजे: रथ मौसीबाड़ी पहुंचेगा
  • 6:45 बजे: महिला श्रद्धालुओं द्वारा पूजा
  • 7 बजे: दर्शन बंद व विग्रहों की प्रतिष्ठा
  • 8 बजे: 108 दीपों से शयन आरती

कल निकाली जाएगी रथयात्रा, भक्‍त रथों को खींचेंगे

मौसीबाड़ी में होगा विशेष पूजन

रथ यात्रा के दौरान जयकारों के बीच भगवान को खींचकर मौसीबाड़ी ले जाया जाएगा. वहां महिलाओं द्वारा रथ पर विशेष पूजा होगी. आरती, भोग और ‘जगन्नाथ अष्टकम’ का पाठ होगा. रात 9 बजे के बाद पट बंद कर भगवान विश्राम करेंगे.

रथ खींचने की विशेष मान्यता

हर साल रथ यात्रा में हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं. रांची, रामगढ़, खूंटी, गुमला, हजारीबाग, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ से भारी संख्या में श्रद्धालु रथ खींचने आते हैं. मान्यता है कि रस्सी खींचने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. महिलाएं भी बड़ी संख्या में इस अनुष्ठान में भागीदारी निभाती हैं.

333 वर्षों की परंपरा

रथ यात्रा की यह परंपरा 333 वर्षों से निरंतर चली आ रही है. रांची की यह यात्रा ओडिशा के पुरी के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी और भव्य रथ यात्रा मानी जाती है.

सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक-चौबंद

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रांची जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. खुद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं.

महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष इंतजाम

महिला और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए अलग कतारें, विश्राम स्थल और हेल्प डेस्क बनाए गए हैं. साथ ही, स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाएं भी प्रशासन का सहयोग कर रही हैं ताकि हर श्रद्धालु सुरक्षित और शांतिपूर्वक दर्शन कर सके.

Shaurya Punj
Shaurya Punj
रांची के सेंट जेवियर्स कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद मैंने डिजिटल मीडिया में 14 वर्षों से अधिक समय तक काम करने का अनुभव हासिल किया है. धर्म और ज्योतिष मेरे प्रमुख विषय रहे हैं, जिन पर लेखन मेरी विशेषता है. हस्तरेखा शास्त्र, राशियों के स्वभाव और गुणों से जुड़ी सामग्री तैयार करने में मेरी सक्रिय भागीदारी रही है. इसके अतिरिक्त, एंटरटेनमेंट, लाइफस्टाइल और शिक्षा जैसे विषयों पर भी मैंने गहराई से काम किया है. 📩 संपर्क : [email protected]

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel