Bhaum Pradosh Vrat 2025: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है, खासकर जब यह मंगलवार को पड़ता है तो इसे ‘भौम प्रदोष व्रत’ कहा जाता है. यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त करने का एक शुभ अवसर होता है. प्रत्येक मास की त्रयोदशी तिथि को रखा जाने वाला यह व्रत, इस बार आषाढ़ मास की अंतिम त्रयोदशी तिथि, यानी आज 8 जुलाई 2025, मंगलवार को पड़ रहा है.
भौम प्रदोष व्रत के विशेष उपाय
Bhaum Pradosh Vrat July 2025 का जानिए महत्त्व
- हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं
- मंगलवार को हनुमान जी का दिन माना गया है. भौम प्रदोष पर हनुमान मंदिर जाकर उन्हें सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं. इससे शारीरिक और मानसिक बाधाएं दूर होती हैं.
- शिवलिंग पर चढ़ाएं लाल फूल और बेलपत्र
- शिवलिंग पर बेलपत्र, लाल फूल, गंगाजल और दूध से अभिषेक करें. इसके साथ “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें. यह उपाय मंगल दोष को शांत करता है.
- भूमिपूजन करें या भूमि से संबंधित वस्तुओं का दान करें
- मंगल ग्रह भूमि का कारक होता है. इस दिन गरीबों को लाल चंदन, मसूर की दाल, तांबा, गुड़ आदि का दान करें. इससे आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं.
- शिव चालीसा और हनुमान चालीसा का पाठ करें
- संध्या के समय दीपक जलाकर श्रद्धा से शिव चालीसा और हनुमान चालीसा का पाठ करें. इससे भय और तनाव दूर होते हैं और आत्मबल बढ़ता है.
- मंगल ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें
- “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” इस बीज मंत्र का जाप करने से मंगल की अनुकूलता बढ़ती है.
- भौम प्रदोष व्रत एक अत्यंत शुभ अवसर है जब श्रद्धा, पूजन और सरल उपायों के माध्यम से हम अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति पा सकते हैं. यह व्रत शिव कृपा और मंगल शांति का मार्ग प्रशस्त करता है.