Premanand Ji Maharaj Tips : आज के समय में हर व्यक्ति कहीं न कहीं तनाव, चिंता, असंतोष और दुःख से घिरा हुआ है. ऐसे में यदि किसी संत की वाणी, उपदेश और जीवन-दर्शन का मार्गदर्शन मिल जाए, तो जीवन सरल, सुखद और शांतिपूर्ण हो सकता है. श्री प्रेमानंद जी महाराज, जो वृंदावन के एक महान संत माने जाते हैं, उन्होंने अपनी वाणी और प्रवचनों के माध्यम से लाखों लोगों को शांति और भक्ति का मार्ग दिखाया है. अगर आप भी जीवन में दुखी हैं, तो प्रेमानंद जी महाराज के बताए ये 5 सरल उपाय आपके जीवन को सुख-शांति और संतुलन की ओर ले जा सकते है:-
– हर दिन सुबह 5 बजे उठकर ‘हरे राम’ का जप करें
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, दिन की शुरुआत ब्रह्ममुहूर्त में जप से करनी चाहिए.
मंत्र
“हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
लाभ: इससे मन शुद्ध होता है, चिंता और अवसाद दूर होता है, तथा आत्मिक बल मिलता है.
– संकीर्तन में भाग लें – हृदय की शुद्धि का मार्ग
महाराज जी का कहना है कि जहां नाम-संकीर्तन होता है, वहां स्वयं भगवान निवास करते हैं.
उपाय: प्रतिदिन कुछ समय श्रीनाम संकीर्तन करें या उसका श्रवण करें.
लाभ: नकारात्मकता दूर होती है, मन प्रसन्न और शांत रहता है.
– भागवत कथा या संत वाणी का श्रवण करें
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि भागवत श्रवण, संतों की संगति और कथा सुनना कलियुग में मोक्ष का मार्ग है.
उपाय: प्रतिदिन 10-15 मिनट श्रीमद्भागवत या किसी संत की वाणी सुनें.
लाभ: ज्ञान, संतोष और भक्ति का विकास होता है.
– माता-पिता की सेवा को भगवान की सेवा मानें
महाराज जी बार-बार कहते हैं कि ‘मां-बाप की सेवा से बड़ा कोई तीर्थ नहीं’.
उपाय: हर दिन माता-पिता के चरण स्पर्श करें, उनका सम्मान करें.
लाभ: जीवन में शुभ फल, दीर्घायु और ईश्वर की कृपा बनी रहती है.
– हर भोजन से पहले भगवान को भोग लगाएं
प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि जो भी खाएं, पहले भगवान को समर्पित करें.
उपाय: भोजन से पहले “हरे कृष्ण” नाम लेते हुए उसे भगवान को मन ही मन अर्पित करें.
लाभ: यह अभ्यास हमें अहंकार से मुक्त करता है और हर कर्म को ईश्वरमय बनाता है.
यह भी पढ़ें : Premanand Ji Maharaj Tips : कलियुग में भगवान को कैसे पाएं? – जानिए प्रेमानंद जी महाराज का सरल मार्ग
यह भी पढ़ें : Premanand Ji Maharaj Tips : प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार घमंडी लोगों को परखने के प्रभावशाली उपाय
यह भी पढ़ें : Premanand Ji Maharaj Tips : “क्या मासिक धर्म में मंदिर जाना उचित है? प्रेमानंद जी महाराज का मार्गदर्शन
अगर आप जीवन में दुखी हैं, तो श्री प्रेमानंद जी महाराज के ये सरल लेकिन गहन उपाय अपनाकर आप शांति, संतुलन और भक्ति के मार्ग पर अग्रसर हो सकते हैं.शांति किसी बाहर की वस्तु में नहीं, बल्कि अपने भीतर ईश्वर के नाम में है — और यही प्रेमानंद जी महाराज का जीवन संदेश है.