Sawan 2025: सावन का पावन महीना आरंभ हो चुका है. हर सोमवार भगवान शिव की उपासना का अलग ही महत्त्व रखता है. इस वर्ष प्रत्येक सावन सोमवार पर विशिष्ट योग बन रहे हैं, जो स्वास्थ्य, करियर, धन‑संचय और आध्यात्मिक प्रगति पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं. सही विधान एवं समय का ज्ञान होने से साधक इन योगों का पूरा फल प्राप्त कर सकते हैं. आइए जानें 14 जुलाई से 4 अगस्त तक पड़ने वाले चारों सोमवार पर कौन‑से शुभ योग बन रहे हैं और उनसे मिलने वाले लाभ—
14 जुलाई— पहला सावन सोमवार | आयुष्मान योग
- महत्त्व: ‘आयुष्मान’ दीर्घायु व जीवन‑शक्ति का प्रतीक है.
- लाभ: शिव‑पूजन से शारीरिक‑मानसिक ऊर्जा बढ़ती है; नई नौकरी, अध्ययन या किसी ताज़ी शुरुआत के लिए श्रेष्ठ दिन.
- अनुष्ठान: शिवलिंग पर जल‑दूध चढ़ाकर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें, स्वस्थ दीर्घ जीवन की प्रार्थना करें.
Sawan 2025 में विशेष योगों के साथ शिव की कृपा पाने का उत्तम अवसर
21 जुलाई— दूसरा सावन सोमवार | वृद्धि योग
- महत्त्व: उन्नति, समृद्धि और आर्थिक विस्तार का सूचक.
- लाभ: निवेश, व्यापार विस्तार व प्रोफेशनल ग्रोथ के लिए अनुकूल समय.
- अनुष्ठान: “ॐ नमः शिवाय” का जप करें। अन्न‑वस्त्र दान कर आर्थिक वृद्धि का शुभ फल बढ़ाएं.
28 जुलाई— तीसरा सावन सोमवार | परिघयोग
- महत्त्व: ‘परिघ’ का अर्थ बाधा; नए कार्यों में रुकावट की आशंका.
- लाभ: आलस्य‑विघ्न दूर करने के लिए उत्तम दिन, किंतु बड़े निर्णय टालें.
- अनुष्ठान: महामृत्युंजय मंत्र या शिव‑ताण्डव स्तोत्र का पाठ करें; किसी भी महत्वपूर्ण काम से पहले भोलेनाथ का ध्यान अवश्य करें.
4 अगस्त— चौथा सावन सोमवार | ब्रह्मयोग
- महत्त्व: ज्ञान, साधना और आध्यात्मिक जागरण का योग.
- लाभ: ध्यान, जप‑तप, लेखन‑रचनात्मक कार्यों में विशेष सफलता.
- अनुष्ठान: पंचाक्षरी मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का 108 बार जाप करें, धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें और कुछ समय मौन साधना में बिताएं.
इस वर्ष के चारों सावन सोमवार सिर्फ व्रत‑पूजा तक सीमित नहीं; प्रत्येक दिन अपने विशिष्ट योग के कारण जीवन के भिन्न‑भिन्न आयामों को सकारात्मक दिशा दे सकता है. उचित मंत्र, दान‑पुण्य व साधना के साथ यदि भक्त शिवभक्ति में लीन हों, तो आरोग्य, सफलता, धन‑समृद्धि और आध्यात्मिक शांति—सभी प्रकार की कृपा सहज ही प्राप्त हो सकती है.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष, वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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