24.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Vaisakh Amavasya 2025 पर क्यों जलाए जाते हैं दीये? जानें सही विधि और स्थान

Vaisakh Amavasya 2025: वैशाख अमावस्या हिन्दू पंचांग की एक महत्वपूर्ण तिथि है, जब दिवंगत पितरों की आत्मा की शांति और तृप्ति के लिए श्रद्धा, दीपदान और तर्पण का विशेष महत्व होता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, अमावस्या के दिन पितृलोक के द्वार पृथ्वी की ओर खुलते हैं और पितर अपनी संतानों से तर्पण, श्राद्ध और दीपदान की अपेक्षा करते हैं.

Vaisakh Amavasya 2025: वैशाख अमावस्या हिंदू पंचांग के अनुसार एक अत्यंत पवित्र तिथि मानी जाती है. इस दिन दान, स्नान और तर्पण का विशेष महत्व होता है. दीपक जलाना भी एक शुभ कार्य है, जो पितरों की शांति, नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति और घर में सुख-समृद्धि के लिए किया जाता है. आइए जानते हैं कि इस साल वैशाख अमावस्या कब है, साथ ही दीपक किस प्रकार और कब जलाना चाहिए.

वैशाख महीने की अमावस्या को वैशाख अमावस्या या वैशाखी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. इस दिन पितृ कार्यों, तर्पण, स्नान और दान-पुण्य को अत्यंत शुभ माना जाता है. इस वर्ष वैशाख अमावस्या 27 अप्रैल 2025, रविवार को आएगी. मान्यता है कि इस दिन स्नान और दान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.

समय का चयन

वैशाख अमावस्या के अवसर पर दीप जलाने के लिए संध्या का समय सबसे अनुकूल माना जाता है. सूर्यास्त के पश्चात, जब अंधेरा छाने लगे, तब घर के मुख्य द्वार, तुलसी के पौधे और आंगन में दीपक जलाना चाहिए. यह समय पितरों को समर्पित होता है.

कब है वैशाख अमावस्या 2025, जानिए महत्त्व और पूजा का सही तरीका

किस प्रकार का दीपक जलाएं

इस दिन पीतल या मिट्टी का दीपक शुभ माना जाता है. दीपक में तिल का तेल या गाय का घी भरना चाहिए. तिल का तेल पितृ दोष शांति के लिए विशेष रूप से लाभकारी होता है. दीपक में रुई की बाती का प्रयोग करें, जिसे पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखा जाए.

दीपक कहां जलाएं

  • तुलसी के पास: तुलसी के पौधे के समक्ष दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
  • मुख्य द्वार पर: घर के प्रवेश द्वार पर दीपक जलाने से दरिद्रता और नकारात्मक शक्तियाँ समाप्त होती हैं.
  • पितरों के लिए: यदि संभव हो तो घर के दक्षिण दिशा में एक दीपक पितरों की शांति के लिए भी जलाएं.

मंत्र और भाव

दीपक जलाते समय “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ पितृदेवाय नमः” का जप करें और मन में पितरों की शांति, घर की सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य की प्रार्थना करें.

साफ-सफाई

दीपक जलाने से पूर्व संबंधित स्थान की सफाई करना आवश्यक है. स्वच्छ वातावरण में दीपक जलाने से उसका आध्यात्मिक प्रभाव अधिक होता है. वैशाख अमावस्या पर श्रद्धा और विधिपूर्वक दीपक जलाने से जीवन में शुभता और ऊर्जा का संचार होता है.

Shaurya Punj
Shaurya Punj
रांची के सेंट जेवियर्स कॉलेज से मास कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद मैंने डिजिटल मीडिया में 14 वर्षों से अधिक समय तक काम करने का अनुभव हासिल किया है. धर्म और ज्योतिष मेरे प्रमुख विषय रहे हैं, जिन पर लेखन मेरी विशेषता है. हस्तरेखा शास्त्र, राशियों के स्वभाव और गुणों से जुड़ी सामग्री तैयार करने में मेरी सक्रिय भागीदारी रही है. इसके अतिरिक्त, एंटरटेनमेंट, लाइफस्टाइल और शिक्षा जैसे विषयों पर भी मैंने गहराई से काम किया है. 📩 संपर्क : [email protected]

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel