Vastu Dosh : वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में गैस सिलिंडर का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अग्नि तत्व से जुड़ा होता है. यदि गैस सिलिंडर को गलत दिशा में रखा जाए, तो यह नकारात्मक ऊर्जा का निर्माण कर सकता है, जिससे घर के सदस्यों के स्वास्थ्य और धन-संपत्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
ऊर्जा के संतुलन को बनाए रखने में मिलती है मदद
यह समझना आवश्यक है कि गैस सिलिंडर अग्नि तत्व का प्रतीक है. वास्तु शास्त्र में अग्नि तत्व की दिशा दक्षिण-पूर्व (अग्नि कोण) मानी जाती है.इसलिए, गैस सिलिंडर को रसोईघर के दक्षिण-पूर्व कोने में रखना सबसे उचित होता है. यह दिशा ऊर्जा के संतुलन को बनाए रखती है और घर में सुख-शांति को सुनिश्चित करती है.
ऐसे में गृह कलह, दुर्घटनाएं संभव
यदि किसी कारणवश दक्षिण-पूर्व दिशा में गैस सिलिंडर रखना संभव नहीं है, तो आप इसे पूर्व दिशा में रख सकते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि यह उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में न हो. उत्तर दिशा जल तत्व से संबंधित होती है, और अग्नि तत्व का जल तत्व से टकराव होता है, जिससे गृह कलह, दुर्घटनाएं या आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
वेंटिलेशन का प्रबंध जरूरी
गैस सिलिंडर को हमेशा स्वच्छ स्थान पर रखें और उसके आस-पास ज्वलनशील सामग्री न रखें. सिलिंडर के निकट उचित रोशनी और वेंटिलेशन का प्रबंध होना चाहिए ताकि गैस लीक होने की स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. रात के समय गैस चूल्हे का रेगुलेटर बंद करना एक अच्छी आदत मानी जाती है.
ऐसे होता है सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह
वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार, गैस सिलिंडर का उचित दिशा और स्थान न केवल सुरक्षा के लिए आवश्यक है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को भी बढ़ावा देता है. गैस सिलिंडर को सही स्थान पर रखने से रसोई में समृद्धि, स्वास्थ्य और संतुलन बना रहता है, जो पूरे घर पर सकारात्मक प्रभाव डालता है.
रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी
घर का बजट पहले से ही महंगाई के प्रभाव से प्रभावित है और अब आम जनता को एक और झटका मिला है. सरकार ने 14.2 किलो के घरेलू LPG सिलेंडर की कीमत में 50 रुपए की वृद्धि करने का निर्णय लिया है. नई कीमतें 8 अप्रैल से प्रभावी हो गई हैं.
उपभोक्ताओं को देना होगा अब इतने रुपए
नई संशोधित कीमतों के अनुसार, उज्ज्वला योजना (PMUY) के तहत मिलने वाला गैस सिलेंडर अब 503 रुपए से बढ़कर 553 रुपए का हो गया है.वहीं, अन्य उपभोक्ताओं को एक सिलेंडर के लिए अब 853 रुपए का भुगतान करना होगा, जो पहले 803 रुपए था.
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने स्पष्ट किया कि यह मूल्य वृद्धि सब्सिडी प्राप्त करने वाले और नॉन-सब्सिडी उपभोक्ताओं दोनों पर लागू होगी, अर्थात् कोई भी इससे प्रभावित होने से नहीं बच सकता. वर्तमान में, देश में लगभग 32.94 करोड़ सक्रिय घरेलू एलपीजी उपयोगकर्ता हैं, जिनमें से 10.33 करोड़ उज्ज्वला योजना के लाभार्थी हैं.