Vastu for First Somvar : सावन का पहले सोमवार भगवान शिव को समर्पित अत्यंत शुभ दिन माना जाता है. इस दिन यदि हम अपने घर और जीवन में कुछ विशेष वास्तु अनुसार उपाय करें, तो न सिर्फ पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है बल्कि विवाह, धन, नौकरी और पारिवारिक समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है, यहां बताए जा रहे हैं ऐसे सरल और प्रभावशाली वास्तु उपाय, जिन्हें सावन के पहले सोमवार 2025 में 14 जुलाई को करने से भाग्य में पॉजिटिव चेंज परिवर्तन संभव है:-

– मुख्य द्वार पर गंगाजल और कुशा से शुद्धिकरण करें
सावन के पहले सोमवार की सुबह सबसे पहले घर के मुख्य द्वार को गंगाजल और कुशा के जल से धोएं. मान्यता है कि ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकलती है और भगवान शिव का प्रवेश होता है. इससे घर में सुख-शांति और धन का आगमन होता है.
– घर के उत्तर-पूर्व कोने को साफ रखें और दीपक जलाएं
ईशान कोण भगवान शिव का प्रिय स्थान होता है. इस कोने में गंदगी, कबाड़ या भारी वस्तुयें नहीं रखनी चाहिए। सोमवार को इस कोने की विशेष सफाई करें और वहां देसी घी का दीपक जलाकर “ओम नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे आध्यात्मिक शुद्धि और मानसिक शांति मिलती है.
– पूजा स्थान में पीतल या तांबे का त्रिशूल रखें
त्रिशूल भगवान शिव का प्रतीक है. सावन के सोमवार को पूजा घर में पीतल या तांबे का छोटा त्रिशूल स्थापित करें. इससे वास्तु दोष शांत होते हैं और रोग, भय, और क्लेश का नाश होता है.
– बेलपत्र का पौधा घर में लगाएं या शिवलिंग पर चढ़ाएं
बेलपत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. सोमवार को घर के आंगन या बालकनी में बेलपत्र का पौधा लगाएं या शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं. यह उपाय घर में सकारात्मक ऊर्जा, वैवाहिक सुख और स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है.
– बेडरूम में दर्पण का सही स्थान तय करें
वास्तु के अनुसार बेडरूम में दर्पण का गलत स्थान दांपत्य जीवन में तनाव ला सकता है. सावन के सोमवार को दर्पण को इस प्रकार रखें कि वह पलंग पर सीधे न पड़ेयह उपाय वैवाहिक जीवन में समरसता और प्रेम बनाए रखने में सहायक होता है.
यह भी पढ़ें : Sawan 2025 में हो रहे ज्योतिष योग, इन मंत्रों से मिलेगा अपार लाभ
यह भी पढ़ें : Sawan 2025 में सूर्योदय के ये सरल मंत्र, इससे करें दिन की शुरुआत
यह भी पढ़ें : Sawan 2025 में तुलसी तोड़ना क्यों माना जाता है वर्जित? जानिए धार्मिक कारण
सावन का पहले सोमवार एक आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर दिन होता है. यदि इस दिन वास्तु के अनुसार कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो जीवन की कई बाधाएं स्वतः समाप्त हो जाती हैं. ये उपाय न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से शुभ हैं, बल्कि वैज्ञानिक रूप से भी मानसिक और पारिवारिक संतुलन में सहायक माने गए हैं.