Vastu Tips: अगर आप भी महीने के अंत तक यह सोचते हैं कि “पैसा आखिर जाता कहां है?” और चाहकर भी बचत नहीं हो पा रही, तो इसका कारण सिर्फ बढ़ते खर्च नहीं, बल्कि आपके घर की बनावट और दिशा दोष भी हो सकते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, विशेष रूप से साउथ-साउथ वेस्ट (SSW) और वेस्ट-साउथ वेस्ट (WSW) दिशाएं आपकी आर्थिक सेहत को सीधे प्रभावित करती हैं.
SSW दिशा में तिजोरी या धन रखना पड़ सकता है भारी
वास्तु के अनुसार साउथ-साउथ वेस्ट दिशा अनावश्यक खर्चों की दिशा मानी जाती है. यदि आपने इस दिशा में तिजोरी, नकदी या कीमती वस्तुएं रखी हैं, तो धन टिक नहीं पाता और खर्च तेजी से बढ़ते हैं. बेहतर होगा इस क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें और धन-संग्रह यहां न करें.
WSW में टॉयलेट या कूड़ादान? सेविंग्स पर लग सकता है ब्रेक
अगर वेस्ट-साउथ वेस्ट दिशा में शौचालय या डस्टबिन है, तो आपकी बचत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. यह दिशा बचत और आर्थिक स्थायित्व से जुड़ी मानी जाती है. यहां मौजूद गंदगी या मल-मूत्र व्यवस्था से धन लंबे समय तक नहीं टिकता. समाधान के लिए टॉयलेट के चारों ओर पीले रंग की पट्टी लगाएं और डस्टबिन को किसी अन्य दिशा में शिफ्ट करें.
पश्चिम दिशा में रखें तिजोरी, बढ़ेगी आर्थिक स्थिरता
घर की वेस्ट दिशा को धन संग्रह और स्थायित्व की दिशा माना गया है. यहां तिजोरी रखने से धन टिकता है और धीरे-धीरे बढ़ता भी है. यह दिशा आपकी कमाई को स्थिर रखने और मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करती है.
छोटे बदलाव, बड़ा असर
वास्तु के ये सरल उपाय आपकी फिजूलखर्ची पर नियंत्रण ला सकते हैं और जीवन में आर्थिक संतुलन का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं. याद रखें—वास्तु कोई अंधविश्वास नहीं, बल्कि ऊर्जा के प्रवाह का विज्ञान है, जो सही दिशा में अपनाया जाए तो चमत्कारी परिवर्तन ला सकता है.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष, वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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