Heinrich Klaasen Retire: दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर-बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen Retire) ने सोमवार (2 जून) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी. उन्होंने 2024 में अपने लाल गेंद के करियर को समाप्त करने के बाद अब सफेद गेंद के प्रारूप से भी दूरी बना ली है. क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए 7 साल तक खेलने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से दूर जाने के अपने फैसले के बारे में कहा, ‘यह मेरे लिए दुखद दिन है क्योंकि मैं घोषणा करता हूं कि मैंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से दूर जाने का फैसला किया है. मुझे यह तय करने में काफी समय लगा कि मेरे और मेरे परिवार के भविष्य के लिए क्या सबसे अच्छा है. यह वास्तव में एक बहुत ही कठिन निर्णय था, लेकिन मैं इससे पूरी तरह से संतुष्ट हूं.’ Klaasen announces retirement from international cricket at 33
ऐसे महान लोगों से मिला, जिन्होंने जिंदगी बदल दी
हेनरिक क्लासेन ने कहा, ‘पहले दिन से ही, अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान था और यह वह सब कुछ था जिसके लिए मैंने एक युवा लड़के के रूप में काम किया था और जिसके बारे में मैंने सपना देखा था. मैंने बेहतरीन दोस्ती और रिश्ते बनाए हैं जिन्हें मैं जीवन भर संजो कर रखूंगा. प्रोटियाज के लिए खेलने से मुझे महान लोगों से मिलने का मौका मिला, जिन्होंने मेरी जिंदगी बदल दी और मैं उन लोगों का जितना भी शुक्रिया अदा करूं कम है.’
Heinrich Klaasen has announced his immediate retirement from international cricket, bringing an end to a distinguished seven-year career with the Proteas Men.
— Proteas Men (@ProteasMenCSA) June 2, 2025
The 33-year-old announced on Monday that he would be stepping away from the white-ball formats, which follows his… pic.twitter.com/RwAPBZVoeO
सीने पर प्रोटियाज बैच लगाकर खेलना सम्मान की बात
क्लासेन ने कहा, ‘प्रोटियाज की जर्सी पहनने का मेरा सफर बाकी लोगों से अलग था और मेरे करियर में कुछ ऐसे कोच थे जिन्होंने मुझ पर भरोसा बनाए रखा, मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा. अपने सीने पर प्रोटियाज बैज के साथ खेलना मेरे करियर का सबसे बड़ा सम्मान था और हमेशा रहेगा. मैं अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने के लिए उत्सुक हूं क्योंकि यह निर्णय मुझे ऐसा करने की अनुमति देगा. मैं हमेशा एक बड़ा प्रोटियाज समर्थक रहूंगा और मेरे करियर के दौरान मेरा और मेरे साथियों का समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहूंगा.’
2018 में वनडे और टी20 में किया था डेब्यू
33 वर्षीय क्लासेन ने 2018 में अपना वनडे और टी20 डेब्यू किया था. उन्होंने अपने करियर का अंत दोनों प्रारूपों में मिलाकर 3000 से ज्यादा रन बनाकर किया है. उन्होंने 60 वनडे (56 पारी) में 43.69 की औसत और 117.05 की स्ट्राइक रेट से 2141 रन बनाए, जिसमें 4 शतक और 11 अर्द्धशतक शामिल हैं, जिसमें 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 174 रन का उच्चतम स्कोर शामिल है. टी20 में, उन्होंने 58 मैचों (53 पारी) में हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने 23.25 की औसत और 141.84 की स्ट्राइक रेट से 1000 रन बनाए, जिसमें पांच अर्धशतक शामिल हैं, जिसमें 2022 में भारत के खिलाफ़ 81 रन का उच्चतम स्कोर शामिल है.
आखिरी बार चैंपियंस ट्रॉफी में क्लासेन ने खेला वनडे
क्लासेन ने अपना अंतिम एकदिवसीय मैच मार्च 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की हार के दौरान खेला था. उनका अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच दिसंबर 2024 में पाकिस्तान के खिलाफ था. राष्ट्रीय टीम और उच्च प्रदर्शन के निदेशक एनोच एनक्वे ने कहा, ‘हेनरिक दक्षिण अफ्रीका के लिए एक सच्चे मैच विजेता रहे हैं. वह एक ऐसे खिलाड़ी थे जो कुछ ही ओवरों में खेल का रुख बदलने में सक्षम थे. सफेद गेंद के प्रारूप में उनकी प्रतिबद्धता और प्रभाव बहुत बड़ा है और हम दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट के लिए उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं. हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के उनके फैसले का पूरा सम्मान करते हैं. हम उनकी यात्रा के अगले अध्याय में उनकी निरंतर सफलता की कामना करते हैं.’
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