IND W vs ENG W 3rd T20I: हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में खेल रही भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टी20 मुकाबले में कमाल ही कर दिया. भारत को मैच में भले ही 5 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी, लेकिन इस मुकाबले में भारत की गेंदबाजी इकाई ने ऐसा ऐतिहासिक रिकॉर्ड रच डाला जो आज तक पुरुष क्रिकेट में भी कोई टीम नहीं कर सकी है. पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत बेहद मजबूत रही. जब कोई टीम 92वीं गेंद तक बिना विकेट खोए बल्लेबाजी कर रही हो, तो 200 से अधिक का स्कोर सहज दिखता है. लेकिन अंग्रेज टीम केवल 25 गेंद के अंदर ही 9 विकेट गंवा बैठी.
इंग्लैंड महिला टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. सलामी बल्लेबाज सोफिया डंकली (75) और डेनिएल व्याट-हॉज (66) ने सिर्फ 15.2 ओवर में स्कोरबोर्ड पर 137 रन टांग दिए. लेकिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी अचानक बिखर गई. अंतिम 25 गेंदों में अंग्रेजों ने 9 विकेट गंवा दिए और इसी दौरान भारतीय टीम ने वो कीर्तिमान बना डाला, जो क्रिकेट के इतिहास में अनदेखा था. 15.1 ओवर में जहां इंग्लैंड 137/0 पर था, वहीं 19.2 ओवर तक स्कोर गिरकर 168/9 हो गया. क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में पुरुष टीम भी अब तक 25 गेंदों के भीतर 9 विकेट नहीं हासिल कर पाई है, जिससे भारतीय महिला टीम का ये प्रदर्शन बेहतरीन बन गया.
गेंदबाजों ने ढाया कहर
इतना ही नहीं, इंग्लैंड की तीन बल्लेबाज बिना खाता खोले पवेलियन लौट गईं और सात खिलाड़ी दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सकीं. भारतीय गेंदबाजों में अरुंधति रेड्डी और दीप्ति शर्मा ने सबसे अधिक प्रभावित किया, दोनों ने तीन-तीन विकेट लेकर अंग्रेजी मध्यक्रम को ढहा दिया. 137 रनों की साझेदारी के बाद भारत ने वापसी करते हुए इंग्लैंड को बड़े स्कोर तक नहीं जाने दिया. दीप्ति शर्मा ने डंकली (75) को कैच आउट कराया और इसके बाद इंग्लैंड का पतन शुरू हो गया. अरुंधति रेड्डी ने एक ही ओवर में एलिस कैप्सी (2), वायट-हॉज (66) और एमी जोन्स (0) को पवेलियन भेज दिया. राधा यादव ने कप्तान टैमी ब्यूमोंट को आउट कर टी20 इंटरनेशनल में अपने 100 विकेट पूरे किए. श्री चारणी ने पेनल्टिमेट ओवर में पैज स्कोलफील्ड और इस्सी वोंग को लगातार दो गेंदों पर आउट किया. आखिरी ओवर में दीप्ति ने एक्लेस्टोन और लॉरेन फीलर को बैक-टू-बैक आउट कर इंग्लैंड की पारी 20 ओवर में 171/9 पर खत्म की.
शेफाली-मंधाना ने दी जोरदार शुरुआत
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की सलामी जोड़ी ने भी गजब की शुरुआत की. स्मृति मंधाना ने 56 और शेफाली वर्मा ने 47 रन बनाए और नौ ओवर तक स्कोर 85 रन तक पहुंच चुका था. इंग्लैंड को पहली सफलता सोफी एक्लेस्टोन ने दिलाई. उन्होंने 47 रन पर खेल रहीं शेफाली को क्लीन बोल्ड कर दिया. इसके बाद मंधाना ने एक छोर संभालते हुए रन गति को बनाए रखने की कोशिश की. जेमिमा रॉड्रिग्ज ने भी 12वें ओवर में दो चौके लगाकर दबाव को कम किया. मंधाना ने एक और अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके तुरंत बाद लॉरेन फीलर ने जेमिमा (20) को आउट कर दिया. इसके बाद बल्लेबाजी करने आईं कप्तान हरमनप्रीत कौर को शुरुआत में जीवनदान मिला जब एलिस कैप्सी ने उनका कैच छोड़ दिया, लेकिन अगली ही गेंद पर मंधाना (56) को एक्लेस्टोन ने कैच कर लिया.
अंतिम ओवर तक चला मुकाबला
कैच छोड़ने का सिलसिला यहीं नहीं थमा 18वें ओवर में बेल ने ऋचा घोष का कैच छोड़ा, लेकिन घोष (7) अगली ही गेंद पर चार्ली डीन को कैच थमा बैठीं. एक्लेस्टोन ने इसके बाद अमनजोत कौर का कैच छोड़ा, जिसे बाद में स्कोलफील्ड ने भी टपका दिया. इसके बावजूद मुकाबला आखिरी गेंद तक गया जब भारत को दो गेंदों पर आठ रन चाहिए थे. हरमनप्रीत ने दो रन भागे, जिससे आखिरी गेंद पर छह रन की जरूरत रह गई. लॉरेन बेल की अंतिम गेंद पर हरमनप्रीत ने लंबा शॉट खेला, लेकिन वह गेंद को बाउंड्री के पार नहीं पहुंचा सकीं और एक्लेस्टोन ने उनका कैच पकड़कर अपनी गलती सुधारी. भारत 5 विकेट खोकर 166 रन ही बना सका और 5 रन से मुकाबले को हार गया.
हालांकि, इस हार के बावजूद भारत पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है. चौथा मुकाबला 9 जुलाई को मैनचेस्टर में खेला जाएगा, जहां भारत की नजर सीरीज जीत पर होगी.
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