बेगूसराय. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सूजा पंचायत शाखा का आठवां सम्मेलन कां शंभू सदा भर्रा मुसहरी के आवासीय परिसर में किया गया. गणेशी सदा की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में अंचल प्रभारी सह राज्य परिषद सदस्य अनिल कुमार अंजान ने कहा कि देश में कंपनी राज चल रहा है. सुप्रीम कोर्ट के चार-चार न्यायाधीश के द्वारा पहले ही बताया जा चुका है कि देश के जनतंत्र पर खतरा है. जो अब साफ-साफ दिखाई दे रहा है. मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण यानी वोट बंदी कानून के जरिए जनतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. बालिग मताधिकार के पक्ष में भाजपा पहले भी नहीं था. एक बार फिर चुनाव आयोग को ढाल बनाकर कमजोर, दलित एवं अल्पसंख्यक मतदाता की नागरिकता छीनना चाह रही है मोदी सरकार. वर्ष 2003 में जिस काम को करवाने में डेढ़ साल लगा था उस काम को महज एक महीना में पूरा करने की जिद से यह स्पष्ट हो चुका है. सुप्रीम कोर्ट के अनुत्तरित सवाल और सलाह को अनसुना करने से भी यह स्पष्ट हो चुका है कि देश को कंपनी राज की ओर ले जाया जा रहा है. उपराष्ट्रपति का इस्तीफा भी अपने आप में बहुत कुछ कह रहा है. सच्चाई को उजागर करने वाले जनतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम के ऊपर एफआइआर दर्ज कर सरकार ने अपनी मनसा स्पष्ट कर दिया है कि हम जनतंत्र नहीं राजतंत्र के हिमायती हैं. ऐसी स्थिति में देश के अंदर एक और इंकलाब की जरूरत है. जिसमें कम्युनिस्ट पार्टी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. अंचल मंत्री कां चंद्रमोहन शाह अकेला के द्वारा दिवंगत पार्टी नेता एवं शहीद सैनिकों के सम्मान में लाए गए शोक प्रस्ताव पर खड़ा होकर 2 मिनट का मौंन श्रद्धांजलि दी गई. मोहम्मद इसराफिल के द्वारा प्रस्तुत राजनीतिक एवं सांगठनिक प्रतिवेदन को बहसोप्रांत स्वीकृत किया गया. बहस में श्रीलाल सदा, सुखो तांती, लीला देवी, भुटू सदा, जय जय राम तांती, अरविंद सदा एवं उमेश सदा ने भी भाग लिया. आगे के लिए एक बार फिर उपेंद्र सदा को शाखा मंत्री और रामबालक तांती एवं मुकेश सदा को सहायक शाखा मंत्री बनाया गया. 15 सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन किया गया. इस अवसर पर वोट बंदी कानून एवं अजीत अंजुम वरिष्ठ पत्रकार पर किए गए एफआईआर के विरोध में गांव की गलियों में जुलूस भी निकाला गया.
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