बेगूसराय. शाम्हो और मटिहानी के बीच गंगा नदी में पुल के निर्माण की मांग को लेकर जनसुराज के नेता डॉ रंजन कुमार चौधरी ने मंगलवार से अपना आमरण अनशन शुरू किया. श्री चौधरी ने समाहरणालय के दक्षिणी द्वार पर अपना आमरण अनशन शुरू किया. उनके साथ शाम्हो के दिलीप कुमार भी अनशन पर बैठे. डॉ रंजन चौधरी ने कहा कि शाम्हो पुल इस क्षेत्र के लिए काफी आवश्यक है. आज 15 किलोमीटर शहर आने के लिए शाम्हो निवासी को 70 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है. पिछले 20 वर्षो से पुल के नाम पर सिर्फ जनता को ठगा जा रहा है. भारत सरकार के मंत्री नितिन गडगरी जी बोले थे कि एक महीना के अंदर यहां पुल बनेगा, लेकिन वो भी कुछ नहीं हुआ. उसी के तहत मैं शाम्हो पुल की बहु प्रतीक्षित मांग को ले कर आमरण अनशन का संकल्प धारण किया हूं. यह पूछे जाने पर कि कब तक यह आमरण अनशन जारी रहेगा तो रंजन चौधरी ने कहा कि जब तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल जाता कि यह पुल हर हाल में बनेगा. उन्होंने सांसद गिरिराज सिंह के बारे में भी कहा कि अगर वो यहाँ आकर आश्वासन दें कि पुल के संघर्ष जारी रहेगा और पुल बनकर रहेगा तो वो अपना यह अनशन वापस ले लेंगे. अनशन में राजेंद्र मलिक, योगाचार्य रंजीत कुमार, रामकुमार, उदय सिंह, सुधीर सिंह, पूर्व सैनिक भवेश कुमार, रंजीत कुमार, गुलाम रहमानी, डॉ. राहुल कुमार, मंजेश झा सहित काफी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे. वहीं दिलीप कुमार ने कहा कि यह आमरण अनशन जरूरी था, क्योंकि पुल निहायत ही जरूरी है. अभी 90 किलोमीटर की यात्रा करके बेगूसराय हमारे बेटी-बेटों को आना पड़ता है. यह पुल बच्चों के शिक्षा, रोजगार आदि के लिए जरूरी है.
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