नावकोठी. सीपीआइ के पूर्व अंचल मंत्री स्व लक्ष्मी चौधरी की 20वीं पुण्यतिथि श्रद्धा के साथ मनायी गयी. इस अवसर पर शहीद द्वार पर स्थापित प्रतिमा एवं उनके आवास पर तैलचित्र पर अतिथियों और गण्यमान्य लोगों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. पूर्व मेयर आलोक कुमार अग्रवाल ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्व लक्ष्मी चौधरी गरीबों और दलितों की मजबूत आवाज थे. उनके नेतृत्व में भूमि आंदोलन चला और जमींदारों की फाजिल जमीन पर गरीब, मजदूर और किसानों को बसाया गया. उन्होंने समाज की कुरीतियों के खिलाफ भी लगातार संघर्ष किया. इसी लोकप्रियता से घबराकर दबंगों ने 17 जून, 2005 को उनकी बम और गोलियों से नृशंस हत्या कर दी. श्री अग्रवाल ने कहा कि उनकी हत्या से वंचितों की आवाज दबाने की कोशिश की गई थी, लेकिन उनकी सोच आज भी जिंदा है. शहीद मरते नहीं, वे अमर होते हैं. वैश्य महासम्मेलन के राज्य उपाध्यक्ष रामचरित्र साहु ने कहा कि स्व लक्ष्मी चौधरी के अधूरे कार्यों को पूरा करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी. सभा में डॉ राजेश कुमार रौशन, रीना जायसवाल, डॉ ललित कुमार, सुनील कुमार दास, गौरीशंकर चौधरी समेत कई लोगों ने विचार व्यक्त किये. मौके पर सरपंच सुशील कुमार, अमरेश चौधरी, प्रो. हरेराम सिंह, इंद्रदेव महतो आदि मौजूद थे.
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