बरौनी. बरौनी, तेघड़ा, निपनियां, मधुरापुर, जयनगर, गढ़हरा और आसपास के आम राहगीरों व स्कूली बच्चों के लिए बड़ी खुशखबरी है. बरौनी रेलवे स्टेशन के पूर्व और पश्चिम स्थित दो महत्वपूर्ण लेवल क्रॉसिंग राजवाड़ा गुमटी संख्या 61 स्पेशल और अंबे सिनेमा 7बी गुमटी पर आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) के निर्माण की स्वीकृति मिल गयी है. बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने छह जून को भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार वर्मा को जानकारी दी कि गुमटी संख्या 61 स्पेशल पर 66 करोड़ 39 लाख रुपये और 7बी गुमटी पर 146 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत से आरओबी का निर्माण किया जायेगा. उन्होंने पत्र के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि दोनों स्थानों पर निर्माण कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ किया जायेगा. इस महत्वपूर्ण परियोजना को लेकर बेगूसराय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की विशेष भूमिका रही है. उनके निर्देश पर सांसद प्रतिनिधि एवं भाजपा नेता केशव शांडिल्य ने लगातार रेलवे बोर्ड की बैठकों में दोनों आरओबी निर्माण का मुद्दा उठाया. इसके बाद रेलवे विभाग ने अपने हिस्से की राशि बिहार सरकार को स्थानांतरित कर दी थी. इसके आलोक में राज्य सरकार ने भी अपने हिस्से की राशि की स्वीकृति देकर कैबिनेट बैठक में मंजूरी प्रदान की है. अब निविदा प्रक्रिया के उपरांत आरओबी निर्माण का कार्य जल्द शुरू किया जायेगा. शांडिल्य ने बताया कि यह परियोजना बरौनी सहित पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. वर्षों से गुमटी बंद रहने के कारण क्षेत्र के लोग भारी परेशानी का सामना कर रहे थे. आये दिन जाम, दुर्घटनाएं और स्कूली बच्चों व रोगियों को परेशानी होती थी. उन्होंने कहा कि बरौनी, निपनियां, मधुरापुर, राजवाड़ा और गढ़हरा जैसे क्षेत्रों के लोगों ने लंबे समय से इस मांग को उठाया था. अब यह सपना साकार होने जा रहा है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आरओबी निर्माण से ना केवल यातायात सुगम होगा बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति मिलेगी. स्थानीय लोगों ने इस स्वीकृति के लिए सांसद गिरिराज सिंह और उनके प्रतिनिधि केशव शांडिल्य को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह खबर बहुत ही सुखद और ऐतिहासिक है. लोगों ने मांग की कि दोनों आरओबी का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू हो ताकि वर्षों पुरानी समस्या से निजात मिल सके. तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत यह तीन आरओबी गुमटी 61 स्पेशल, 7बी गुमटी और बरौनी फ्लेग गुमटी आने वाले समय में क्षेत्र की भौगोलिक और आर्थिक तस्वीर बदल देंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है