साहेबपुरकमाल. आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार द्वारा संचालित सुरक्षित तैराकी कार्यक्रम के तहत साहेबपुरकमाल प्रखंड क्षेत्र में छह से 18 आयु वर्ग के बच्चों का तैराकी प्रशिक्षण शुरू हो गया है. यह प्रशिक्षण रेलवे कटिंग साहेबपुरकमाल में दिया जा रहा है, जहां अंचल कार्यालय द्वारा चयनित स्थल पर पांच प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनरों की टीम बच्चों को तैराकी का प्रशिक्षण दे रही है. मास्टर ट्रेनर अजित कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बिहार के विभिन्न जिलों में हर वर्ष डूबने से होने वाली मौतों का जब सर्वे कराया गया, तो यह सामने आया कि सर्वाधिक प्रभावित आयु वर्ग छह से 18 वर्ष का है. इसी आधार पर आपदा प्रबंधन विभाग ने इस उम्र के बच्चों को तैराकी का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है, ताकि डूबने की घटनाओं में कमी लायी जा सके. प्रखंड क्षेत्र की सभी 17 पंचायतों से कुल 360 बच्चों का चयन किया गया है जिन्हें 30-30 के बैच में प्रशिक्षित किया जा रहा है. प्रतिदिन दो बैच का प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है. यह कार्यक्रम 22 अगस्त तक लगातार चलेगा. प्रशिक्षण के दौरान बच्चों को तैरना सिखाने के साथ-साथ आपात स्थिति में दूसरों को बचाने की तकनीक भी बताई जा रही है. हालांकि इस कार्यक्रम को स्थानीय प्रशासन का सहयोग नहीं मिल रहा है. प्रशिक्षकों ने बताया कि प्रशिक्षण स्थल पर बनाए गए घेरा को स्थानीय लोग क्षतिग्रस्त कर देते हैं जिससे कठिनाई होती है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था लेकिन अब तक यह उपलब्ध नहीं कराया गया है. वहीं पुलिस विभाग से सुरक्षा के लिए चौकीदार की मांग भी अनसुनी रही. प्रशिक्षण ले रहे बच्चों को प्रमाण पत्र और टी-शर्ट भी नहीं दिये जा रहे हैं. प्रशिक्षण कार्य अजित कुमार, रवि कुमार, संजीव कुमार, भवेश कुमार और विकास कुमार द्वारा संचालित किया जा रहा है.
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