बेगूसराय. बेगूसराय से दिल्ली जा रही बस में आग लगने से बेगूसराय के एक युवक की मौत हो गयी है. यह घटना उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर के आसपास हुई है. मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बड़ी सांख गांव निवासी स्व बाल्मीकि साह के पुत्र मधुसूधन कुमार (20) के रूप में की गयी है. परिजनों ने बताया कि बड़े भाई कन्हैया साह और मृतक दोनों आगरा में आटा चक्की में काम करता था. मधुसूदन बुधवार को दोपहर अपने दो दोस्तों के साथ दिल्ली जा रही बस से आगरा के लिये निकला था. फिर वहीं से वह आगरा के लिये रवाना होता. सुबह से उसके मोबाइल पर बात नहीं हो रही थी. परिजन घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं. मधुसूदन पूर्व में अपने भाई के साथ सरस्वती पूजा में घर आया था. इस घटना में सवार बलिया अनुमंडल के डीहा निवासी रणधीर कुमार (16) एवं रवि किशन (18) भी गंभीर रूप से घायल हो गये. जिसका इलाज चल रहा है.
बस अग्निकांड में आगरा के लिए काम पर जा रहे बेगूसराय के युवक की जलकर मौत
घायल रणधीर ने लोगों को फोन पर आपबीती बताते हुए कहा कि सुबह में हमलोग बस में सोये हुए थे, तभी हादसा हुआ. बस में पूरा धुआं भर गया, लेकिन बस चलते रही. इसके बाद बस को रोका गया. इसके बाद लोगों की चीख-पुकार होने लगी. स्थानीय लोगों ने घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया. इस संबंध में मृतक के चाचा संजय कुमार, पड़ोसी वासुदेव साह एवं उपसरपंच प्रतिनिधि देवीलाल समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि बस चालक की लापरवाही से यह घटना हुई है. आग लगने के बाद वह बस रोकने के बदले आधा किलोमीटर चलाते रहा. बस में फंसे यात्रियों को निकालने के बदले ड्राइवर खुद कूद कर भाग गया. जिसके कारण मौत हुई है. दोषी पर कार्रवाई की मांग परिजनों ने किया है. बताया जाता है कि मृतक गरीब परिवार का था. स्थानीय लोगों ने मृतक के परिजनों को मुआबजा देने की मांग की है.एनएच-31 से अंग्रेजी ढाला के पास से दिल्ली के लिए खुली थी बस
स्थानीय लोगों के अनुसार, कोरोना के समय से ही दिल्ली जाने के लिए ट्रेवेल्स प्वाइंट नाम की बस अंग्रेजी ढाला के पास से दिल्ली के लिए दिन के 12 बजे खुलती थी. इस बस के मालिक दिल्ली के ही हैं. जिसके बारे में पता नहीं चल सका है. बस मालिक के द्वारा बेगूसराय के कुछ स्थानीय लोगों को टिकट काटने से लेकर अन्य कार्यो के लिए रखे हुए था. जैसे ही बस में आग लगने और यात्रियों की मौत होने की खबर पहुंची वैसे ही वहां कार्यरत कर्मी फरार हो गया. कोई भी कुछ जानकारी देने से परहेज कर रहा था.
पीड़ित परिवार के घर सांत्वना देने वालों की लगी रही भीड़
बस हादसे में मधुसूदन के जिंदा जलने की खबर से परिवार के साथ-साथ आस-पास के लोग भी आहत हैं. घटना के बाद पीड़ित परिवार के घर लोगों का आना जारी था. पहुंचने वाले हर कोई लोग इस हादसे को दर्दनाक बता रहे थे. स्थानीय लोगों का कहना है कि मधुसूदन बहुत ही मिलनसार लड़का था. मिहनत कर अपने परिवार का भरण-पोषण करने में लगा हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है