खोदावंदपुर. खोदावंदपुर पंचायत के मुसहरी गांव में दरवाजे पर बंधी एक कीमती गाय की चोरी के मामले में नया मोड़ आया है. विगत 23 जुलाई की रात्रि में हुई गाय चोरी की घटना के मामले में गाय मालिक अपने सहयोगियों के साथ तीन दिन के बाद मानसी, खगड़िया में बीती रात घात लगाकर संदिग्ध चोर को दबोच लिया. चोरी हुई गाय की खरीद बिक्री होने के दौरान ही यह गाय मानसी हाट में मिल गयी. पीड़ित गाय मालिक मुसहरी गांव के बाबूलाल महतो के पुत्र नीरज कुमार अपने दोस्त के साथ मानसी पुलिस के सहयोग से गाय और चोर को पकड़ लिया और मानसी से लाकर खोदावंदपुर पुलिस के हवाले कर दिया. मिली जानकारी के अनुसार धराए चोर की पहचान मेघौल गांव निवासी सुशील महतो ऊर्फ कारी के पुत्र दिलखुश कुमार के रूप में की गयी है, जबकि इस गाय को चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के सकरबासा गांव निवासी मो. लगीना के पुत्र मो अंजर खरीदने की फिराक में था. मिली जानकारी के अनुसार खोदावंदपुर थानाध्यक्ष चंदन कुमार ने इस मामले को सामाजिक स्तर से निबटाने की सलाह गाय मालिक को दी. थाना में न्याय नहीं मिलने से आक्रोशित मुसहरी के ग्रामीणों ने धराए चोर को पुलिस के कब्जे से अपने कब्जे में ले लिया और उसके साथ गाली-गलौज देते हुए कहीं लेते चले गये. इस बारे में लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है. लोगों का कहना है कि चोरी की गाय के साथ धराए चोर को पुलिस द्वारा छोड़ दिया कतई उचित नहीं है. लोगों का यह भी कहना है कि चोर के साथ मॉव लिंचिंग की घटना भी हो सकती है. इसका ध्यान भी पुलिस को रखना चाहिए था.
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