बेगूसराय. बेखौफ बदमाशों ने सोमवार को दिनदहाड़े तीन युवक को गोलियों से भून दिया, जिनमें एक युवक की मौत हो गयी, जबकि दूसरे की स्थिति गंभीर बनी हुई है. घटना लोहिया नगर थाना क्षेत्र में बाघा रेलवे गुमटी के समीप की है. मृतक की पहचान स्थानीय निवासी स्वर्गीय छोटू महतो के बेटे अमित कुमार के रूप में की गयी है, जबकि घायल युवक नंदकिशोर सिन्हा का पुत्र प्रिंस कुमार है. बताया जा रहा है कि रेलवे गुमटी के समीप छोटे वाहनों से यह लोग बैरियर वसूलते हैं. आज भी यह लोग अपने बैरियर पर थे, तभी दो बाइक पर सवार छह युवक मुंह ढंककर आये और ताबड़तोड़ गोलीबारी करनी शुरू कर दी जिसमें दोनों युवक गोली लगने गिर गये. सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पुलिस पहुंची और स्थानीय लोगों के सहयोग से दोनों को सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने अमित को मृत घोषित कर दिया, जबकि प्रिंस का इलाज चल रहा है. दिनदहाड़े हुई गोलीबारी के बाद घटनास्थल से लेकर अस्पताल तक हड़कंप मचा रहा. सदर-वन डीएसपी सुबोध कुमार ने बताया कि बाघा रेलवे गुमटी के समीप सुनील महतो उर्फ छोटे महतो का बेटा अमित कुमार नगर निगम के तहत वाहन की टैक्स वसूली करता था. सोमवार को वह अपने दोस्त प्रिंस कुमार के साथ बैठा हुआ था, तभी बाइक पर सवार बदमाश आये और ताबड़तोड़ गोली चलायी, जिसमें दोनों जख्मी हो गये. इलाज के दौरान अमित की मौत हो गयी. प्रिंस का इलाज चल रहा है. एक और घायल शिवम के बारे में भी जानकारी मिली है. प्रथम दृष्टया जांच में पता चला है कि पट्टीदार दीपू महतो और अमित के पिता सुनील महतो उर्फ छोटे महतो के बीच लंबे समय से लड़ाई चल रही थी, जिसमें पहले दीपू महतो की हत्या हुई थी, जिसमें छोटे महतो सहित अन्य लोग जेल गये थे. 20-25 दिन पहले दीपू महतो की पत्नी रीता देवी ने अमित पर रंगदारी का मामला दर्ज कराया था, जिसमें अमित जेल भी गया और सात-आठ दिन पहले ही जमानत पर निकला था. दोनों के बीच बराबर घात-प्रतिघात की लड़ाई चल रही है. मृतक के परिजनों का कहना है कि दीपू महतो के बेटा, पत्नी सहित अन्य परिजनों ने ही गोली चलवायी है. अमित के भाई द्वारा एक मैगजीन एवं चार गोली पुलिस को सौंपी गयी है. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वर्चस्व में ही जान गयी है. जमीन विवाद या कुछ और विवाद है, सभी पहलुओं पर छानबीन कर रहे हैं.
नौ साल पहले अपराधियों ने कर दी थी पिता की हत्या
बेगूसराय. लोहियानगर थाने की बाघा गुमती के समीप दिनदहाड़े हत्या के बाद लोगों में दहशत का माहौल है. पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है. मृतक के चचेरे भाई ने बताया कि मेरा भाई अमित बाधा रेलवे गुमती के पास बैरियर की वसूली करने के लिए कभी नहीं जाता था. हमेशा उसका स्टाफ ही वसूली करता था. उसे घर से बुलाकर लाया गया. वह थोड़ी देर पहले ही बाघा रेलवे गुमती पर अपने घर से पहुंचा ही था तभी तीन बाइक पर सवार होकर छह की संख्या में नकाब पोश आये बदमाशों ने गोलियां उसके ऊपर बरसाने लगे. गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल होने के बाद जब उसे सदर अस्पताल लाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया. बैरियर का ठेका नगर निगम से मेरा भाई का ही था. इसी बैरियर लेने के विवाद में उसे गोली मारी गयी. मेरे पिता की हत्या बदमाशों ने नौ जून, 2016 को कर दी थी. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों का हाल रो-रो कर बुरा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है