बेतिया. जाकों राखें साइयां मार सकें न कोय.. यह कहावत सही साबित हुई है, जिले के मझौलिया प्रखंड के मोहछी बनकटवा गांव में. जहां सांप के काटने से नहीं, बल्कि बच्चे के काटने से सांप की मौत हो गई है. फिलहाल बच्चा स्वस्थ है और वह जीएमसीएच में डॉक्टरों की निगरानी में है. घटना के संबंध में बताते हुए एक वर्षीय बालक गोविंदा कुमार की दादी मतिसरी देवी ने बताया कि बच्चा अपने घर के पीछे अपनी मां के साथ था. उसकी मां लकड़ी सजा रही थी. इसी दौरान कहीं से सांप निकला. गोविंदा की नजर उस सांप पर पड़ी. उसने लकड़ी चला कर उसे मारना चाहा. इसके बाद गोविंदा ने उस सांप को पकड़कर अपनी दातों से काट डाला. जिससे सांप की मौत हो गई. जिसके बाद बच्चा भी कुछ देर के लिए मूर्छित हो गया. घटना के वक्त बच्चे के पिता सुनील साह भी आइसक्रीम बेचने के लिए निकले हुए थे. दादी मतिसरी देवी ने बताया कि वह अपने कामकाज के सिलसिले में रोज बेतिया आती है. जब उसे घटना की जानकारी मिली तो बच्चे को लेकर परिवार के लोग मझौलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जा चुके थे. इसके बाद आनन फानन में बच्चे को जीएमसीएच लाया गया. जहां उसका इलाज जारी है. जीएमसीएच के शिशु रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर व शहर के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ कुमार सौरभ की निगरानी में बच्चे का इलाज जारी है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को शाम छह बजे के लगभग बच्चे को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया. फिलहाल बच्चे की स्थिति ठीक है. सांप चुंकि कोबरा का बच्चा था, इसलिए मेडिकल टीम कोई भी रिस्क लेना नहीं चाहती है. इसके लिए बच्चे को 48 से 72 घंटे हम लोगों की निगरानी में रहना पड़ेगा. बच्चे के चेहरे पर सूजन दिख रहा है. अभी स्थिति ठीक है. सर्पदंश पीड़ित 12 वर्षीय बालक रेफर मैनाटांड़. थाना क्षेत्र के सुखलही गांव में सांप के काटने से एक 12 वर्षीय बालक घायल हो गया. मिली जानकारी के अनुसार सुखलही निवासी सनोज साह का पुत्र अर्जुन कुमार गुरुवार की शाम अपने घर के पीछे किसी काम से गया था. उसी दौरान उसे सांप ने काट लिया. हो हल्ला पर घर के लोग पहुंचे और अर्जुन कुमार को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाये. जहां पर प्राथमिक उपचार करने के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे जीएमसीएच रेफर कर दिया गया.
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