—– बाढ़ आने से पूर्व सहमे कुंडिलपुर पंचायत के किसान, नहीं हुई बांध की मरम्मती तो बर्बाद हो जाएगी हजारों एकड़ धान व गन्ने की फसल —- 2024 में आई जमुआ नदी में बाढ़ से ध्वस्त हुआ है जगह-जगह नहर का बांध —– जल संसाधन विभाग के अभियंताओं पर लगाया बांध निर्माण में गड़बड़ी का आरोप नरकटियागंज . प्रखंड के कुंडिलपुर पंचायत में बरगजवा मंगरहरी उपवितरणी का बांध टूट जाने से किसानो में आक्रोश है. रविवार को पंचायत के किसान गोलबंद हुए और जल संसाधन विभाग समेत स्थानीय प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी किसानों ने चिंता प्रसाद के नेतृत्व में वार्ड अध्यक्ष निवास पांडेय, किसान अखिलेश चौबे, रविन्द्र चौबे, अमेश प्रसाद, रामप्यारे साह, मिंटू प्रसाद, धनराज राम, हीरा साह गोंड, उत्सव कुमार, अमीन मियां, कमलेश महतो, बृजेश जायसवाल, दिनेश हाजरा, रामायण यादव समेत नहर के पास टूटे तटबंध को लेकर आक्रोश व्यक्त किया. किसानों का कहना है कि हर साल जमुआ नदी बरसात के समय नहर के बांध को तोड़ देती है, लेकिन विभाग की ओर से बांध निर्माण के नाम पर केवल खानापूरी की जाती है. 2024 में जमुआ नारा (नदी )का पानी नहर को पार जाता है. जिससे सैकड़ो किसानो के हजारों एकड़ गन्ना और धान की फसल बर्बाद हो जाती है. उन्होंने सीओ, बीडीओ, एसडीएम और डीम तक से शिकायत की. शिकायत के आलोक में अधिकारी संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्दश तो देते हैं, लेकिन वे महज खानापूरी कर चले जाते है. किसानों ने बताया कि अब मानसून शुरू हो गया है. लेकिन अभी तक टूटे बांध की मरम्मती नहीं की गयी है. किसानों ने एक पत्र अनुमंडल पदाधिकारी को भेज कर एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है. किसानों ने तटबंध का निर्माण नहीं होने पर सड़क जाम करने की भी चेतावनी दी है. दर्जनभर गांवों की हजारों हेक्टेयर खेती होगी प्रभावित बरगजवा मंगरहरी उपवितरणी का बांध जगह जगह टूट गया है. अगर बांध का निर्माण समय से नही होता है तो बरगजवा, कुंडिलपुर, मंझरिया, सतवरिया, समेत दर्जन भर गांवों की हजारों एकड़ खेतों में लगी धान और गन्ने की फसल हर साल की तरह बर्बाद हो जाएगी. 21 जुलाई 2023 को उक्त नहर को अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराया गया था. नहर की साफ सफाई भी हुई, लेकिन 2024 में जमुआ नदी में आया बाढ़ का पानी इस नहर के तटबंधों को जगह-जगह तोड़ दिया. 28 सितंबर 2024 को जमुआ और मनियारी नदी में अचानक आयी बाढ़ से नहर का तटबंध टूट गया और किसानों के खेतों में लगी धान व गन्ने की फसले बर्बाद हो गयी. किसान इसी बात को लेकर सहमे हुए हैं. कोट… बाढ़ पूर्व तैयारियो को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारी पूरी की जा रही है. जहां कही भी कटाव या बांध टूटा है, संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है कि वे जल्द से जल्द कटाव रोधी कार्य और मरम्मति का कार्य करें. सूर्य प्रकाश गुप्ता, एसडीएम
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