बेतिया. सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद अफाक अहमद ने कहा कि सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक शिक्षिकाओं को सेवा निरंतरता से वंचित करना सरकारी सरकारी धोखा है. उन्होंने सरकार और शिक्षा विभाग के विरोध में मानो मोर्चा खोलते हुए कहा कि राज्यकर्मी बनाने लॉलीपॉप थमाकर बिहार के लाखों नियोजित शिक्षक शिक्षिका भाई बहनों को विधि सम्मत कालबद्ध प्रोन्नति से वंचित करना गैर वैधानिक और उनकी दशकों की समर्पित सेवा का शोषण है. वे शनिवार को देर शाम नगर के दरगाह मोहल्ला स्थित अपने आवासीय कार्यालय पर जिला भर से पहुंचे दर्जनों शिक्षक प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे. स्कूली शिक्षक से नेता बने एमएलसी श्री अहमद ने कहा कि सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण हो राज्यकर्मी बनने से पहले 50 हजार तक का वेतन पाते रहे हमारे शिक्षक शिक्षिका बहनों को अब राज्यकर्मी के रूप में मात्र 35 से 36 हजार ही वेतन मिलना सरकार और शिक्षा विभाग के लिए शर्म की बात है. उन्होंने कहा कि हमारे सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र सहित पूरे बिहार में सक्षमता उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक शिक्षिकाओं को सेवा निरंतरता का का लाभ दिलाने के लिए वे आंदोलन करेंगे. शिक्षक प्रतिनिधियों की बैठक में श्री अहमद ने ऐलान के तौर पर कहा कि हमारी लड़ाई विभिन्न जिलों से लेकर बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र के दौरान सदन के अंदर भी लड़ी जाएगी. इसके लिए वे मानसून सत्र शुरू होने से पहले माननीयों से मिलकर योगदान के करीब छह माह होने के बाद भी वेतन निर्धारण के लिए दबाव बनाने के लिए समर्थन जुटाएंगे. ताकि वेतन और सेवा निरंतरता के अलावा, स्नातक ग्रेड पे, प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति, तालीमी मरकज और शिक्षा स्वयंसेवकों को भी वेतन और भत्ता दिलाने के साथ अन्यान्य विसंगतियों को दूर करने की मांग शामिल हैं. बैठक को प्रांतीय शिक्षक नेता विपिन प्रसाद, मुहाजिर अनवर, रमेश गुप्ता, बृजेश यादव, वरुण द्विवेदी, बृजेश पांडेय, नीरज सिंह, सत्येंद्र गुप्ता आदि ने भी बैठक को संबोधित किया.
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