हरनाटांड़. कई दिनों से तापमान में उतार चढ़ाव में लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. गर्मी का आलम यह है कि बुधवार की सुबह आठ बजे से ही पारा बढ़ने लगा जो 38 तक पहुंच गया. गर्मी के कारण बीमारी भी बढ़ रही है. उमस भरी गर्मी में आग उगलते आसमान के नीचे चलने से लोग एहतियात बरत रहे हैं. ऐसे में चिकित्सक लोगों से सावधानी बरतने की बात कह रहे हैं. लगातार बढ़ते तापमान से मौसमी बीमारियों का प्रकोप काफी बढ़ गया है. मनुष्य के शरीर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस होता है. इससे अधिक तापमान होने पर लोगों में वायरल बुखार, हीट स्ट्रोक, डायरिया, गैस बनना, सिर दर्द, चक्कर आना सहित कई जानलेवा बीमारी की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इनमें कई बीमारियों में त्वरित प्राथमिक उपचार नहीं मिलने पर लोगों की जान तक चली जाती है. पीएचसी हरनाटांड़ के चिकित्सक डॉ. राजेंद्र काजी ने बताया कि कभी रिमझिम बारिश तो कभी तेज धूप से शरीर में कई बीमारी उत्पन्न हो जाती है. मौसमी बीमारी आजकल पांव पसारना शुरू कर दिया है. 2 दिन रुक रुक के हुई बारिश में जल जमाव के बीच उमस से रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है. साथ ही जल जमाव से विभिन्न प्रकार के कीड़े व मच्छर आदि पैदा होते हैं. इससे लोगों में बीमारी का संचार होता है. इससे बचने के लिए सबसे आवश्यक है कि खानपान में अधिक से अधिक शीतल पदार्थों का उपयोग करें. साथ ही घर व आसपास साफ सफाई का ध्यान रखते हुए पानी जमा नहीं होने दें. जल जमाव वाले स्थलों पर ब्लीचिंग पावडर आदि का छिड़काव आवश्यक है. गर्म व ताजा भोजन का सेवन करते हुए फल आदि खाना लाभकारी होगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है