बेतिया. नगर के लाल बाजार लेखा डाकघर के एक टर्म डिपोजिट जमा खाते से 35.86 लाख की फर्जी निकासी का मामला उजागर हुआ है. बीते साल 16 से 23 मार्च के बीच कुल 35,86542 सरकारी राशि का गबन के आरोप में डाक सहायक सह लालबाजार डाकघर के डाकपाल रहे उमंग कुमार को डाक अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. डाक अधीक्षक पवन कुमार वर्मा ने बताया लाल बाजार के मौजूदा डाकपाल प्रकाश कुमार सिंह के प्रतिवेदन के आधार पर उमंग कुमार को निलंबित करते हुए पूरे मामले की जांच का आदेश सहायक डाक अधीक्षक को दिया गया है. डाक अधीक्षक श्री वर्मा ने कहा गबन किसी जमाकर्ता का नहीं बल्कि डाक विभाग की सरकारी राशि का किए जाने का आरोप है. वहीं आरोप की गंभीरता के कारण आरोपी के पूरे सेवा काल में मधुबनी (अंचल) के अलावा नगर के बेलबाग और नया टोला के डाकघरों में उमंग कुमार के कार्यकाल की जांच शुरू कर दी गई है. लाखों के गबन का भंडाफोड़ होने और डाक अधीक्षक श्री वर्मा के कड़ा रुख अपनाने के बाद बीते करीब एक माह से डाक अधीक्षक कार्यालय में ही डाक सहायक के पद पर कार्यरत्त रहे आरोपी द्वारा विभागीय सरकारी खाते में छह लाख की रकम जमा करा देने की जानकारी कार्यालय सूत्रों ने दी है. वहीं आरोपी द्वारा अब तक डाक विभाग के सरकारी मद के करीब 60 लाख का गबन करना स्वीकार कर लेने की चर्चा है. विभागीय सूत्रों ने गबन का दायरा 91 लाख से एक करोड़ तक बढ़ने की आशंका जताई है. इन सब चर्चाओं के बाबत डाक अधीक्षक पवन कुमार वर्मा ने बताया कि एक पोस्टिंग में जालसाजी उजागर होने के बाद संभव है कि उसने अन्य डाकघरों में भी सरकारी रकम का गबन किया हो. इसी कारण उसके पूरे सेवा काल की जांच का आदेश उन्होंने दिया है. जांच पूरी होने से पहले अधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता है.
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