बेतिया. परिवार नियोजन इम्प्लांट क़ो लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारियों के द्वारा जिले के मेडिकल कॉलेज बेतिया की महिला चिकित्सक डॉ शिवानी गुप्ता एवं सहयोगी संस्थान पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधियों को पटना मे प्रशिक्षण कराया गया है. ताकि प्रशिक्षण कर वें जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को इसपर प्रशिक्षण दें.
जीएमसीएच की अधीक्षक प्रोफेसर डॉ सुधा भारती ने बताया कि “जल्द ही इम्प्लांट ” की सुविधा मेडिकल कॉलेज मे उपलब्ध कराया जाएगा. उन्होंने बताया की इस ट्रेनिंग ऑफ़ ट्रेनर्स में मेडिकल कॉलेज बेतिया से डॉ शिवानी गुप्ता ने हिस्सा लिया जहाँ राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ सरिता के द्वारा सम्मान एवं सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया. उन्होंने बताया की परिवार नियोजन इम्प्लांट एक प्रभावी और सुविधाजनक गर्भनिरोधक विकल्प है. यह उन महिलाओं के लिए उपयुक्त है जो लंबे समय तक चलने वाले, प्रतिवर्ती गर्भनिरोधक चाहती हैं. परिवार नियोजन इम्प्लांट को गर्भनिरोधक प्रत्यारोपण भी कहा जाता है, यह एक छोटी सी लचीली छड़ होती है जिसे बांह की त्वचा के नीचे प्रत्यारोपित किया जाता है. यह 3 साल तक गर्भावस्था को रोकने में प्रभावी है. वहीं इसे आसानी से हटाया जा सकता है और महिलाएं इसे हटाकर गर्भवती भी हो सकती हैं. इसका कोई खास दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है. कुछ महिलाओं को अनियमित रक्तस्राव, या मासिक धर्म का न होना, सिरदर्द, मुंहासे, या मनोदशा में बदलाव हो सकता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है