Bettiah : हरनाटांड़. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ धर्म स्थली और ऐतिहासिक महत्व के लिए दिन प्रतिदिन प्रसिद्ध है. इसके साथ ही यहां जंगल में वास कर रहे वन्यजीव व खूबसूरत वादियां पर्यटकों को अपनी ओर खिंचती है. यहां आने वाले पर्यटकों को एक साथ जंगल, पहाड़ और नदी की खूबसूरती के साथ वन्यजीव को देखने को मिलता है. यही वजह है कि लगातार यहां पर पर्यटकों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. गर्मियों की छुट्टी में पर्यटकों की पहली पसंद वाल्मीकिनगर हो चुका है. एक माह के अंदर वीटीआर के वन प्रक्षेत्रों के जंगलों के बीचोबीच से होकर गुजरी मदनपुर-वाल्मीकिनगर स्टेट हाईवे सड़क पर सैलानियों को रात के अंधेरे में एक माह में पांच बार तेंदुएं, भालू, हिरण आदि वन्यजीवों की दिलदार सड़क पर चुका है. सैलानियों द्वारा मोबाइल के कैमरे में वीडियो कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. जंगल में इन दिनों बाघ, तेंदुआ, हिरण, गौर, सांभर, भालू, चीतल समेत विभिन्न प्रजाति के जानवरों की अठखेलियां परवान पर हैं. इसके साथ ही सैकड़ों प्रजाति के पक्षियों की चहचहाहट से वीटीआर गूंज रहा है. थोड़ी देर के लिए यह दृश्य खूबसूरत हो जाती हैं. लेकिन ऐसा मौका बहुत कम ही सैलानियों को मिलता है. वही बीते शनिवार की देर रात बगहा से भेड़ियारी जा रहे टेंपो सवार यात्रियों ने हरदिया चाती के समीप सड़क पार करते भालू को देखा है. वहीं बीते गुरुवार की रात हल्की बारिश में गाड़ी की हेडलाइट की रोशनी पर धीरे-धीरे सड़क पार कर रहे हिरणों की झुंड ने पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. बता दें कि अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हैबिट्स प्रबंधन के मामले में वीटीआर को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा मिल चुकी है. तीन वर्ष वीटीआर को कैट्स एक्रिडेशन हो चुका है. वीटीआर का जंगल इको सिस्टम के साथ-साथ जानवरों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए देश में बेहतर स्थान पर माना जा रहा है. यह मिलने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर की मान्यता पाने वाला वीटीआर देश के 14 वां टाइगर रिजर्व हो गया है.
अक्सर सड़कों पर नजर आ जाते हैं वन्यजीव
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