सिकटा/मैनाटांड़. मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में भाकपा-माले के कार्यकर्ताओं ने प्रखंड मुख्यालय में प्रतिरोध मार्च निकाला. प्रतिरोध मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं ने निर्वाचन विभाग के इस कार्यक्रम के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए वापस लेने की मांग की. प्रतिरोध मार्च के समापन उपरांत एक नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुये कहा जिला कमेटी सदस्य सुभाष चन्द्र कुशवाहा ने कहा कि भाजपा जदयू की सरकार निर्वाचन आयोग द्वारा वोट बंदी करना चाहती है. अब मतदाता को नागरिकता सिद्ध कर पड़ रहा है. यह कारनामा गरीबों, मजदूरो, महिला, दलित को वोट के अधिकार से वंचित करने का साजिश लग रहा है.अंचल सचिव अच्छेलाल राम ने कहा कि अगर निर्वाचन आयोग के नियत ठीक रहता तो आधार कार्ड, राशनकार्ड, चालक कार्ड, वोटर कार्ड जैसे कागजात को भी स्वीकार किया जाता. मौके पर सीताराम राम, लक्ष्मण राम, शंकर उरांव श्रीकांत ठाकुर, कौशर आलम, जुलकर नैन, इन्द्र देव कुशवाहा आदि ने भी संबोधित किया. सिकटा में किसान सभा के हरेराम यादव ने और संजय राम ने कहा कि सरकार तत्काल श्रम कोड वापस लें अन्यथा 9 जुलाई को देश का चक्का जाम रहेगा. खेग्रामस नेता बिरेंद्र पासवान ने कहा है कि नोटबंदी के बाद अब वोटवंदी कर गरीबों को वोट से वंचित करने की गंदा खेल मंजूर नहीं है. सभा को ईनौस नेता संजय मुखिया, इस्लाम अंसारी, अच्छेलाल यादव, रामाकांत मांझी, भोज राम, सुरेश राम, मुन्ना मियां, इत्यादि ने सम्बोधित किया.
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