बेतिया. शिक्षा विभाग, बिहार सरकार ने इंस्टीट्यूट ऑफ डिग्री कॉलेज, रामनगर को इस शैक्षणिक सत्र से स्थायी संबद्धता प्रदान कर दी है. कॉलेज को यह मान्यता कुल 15 आर्ट्स विषयों में स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए प्राप्त हुई है. इस घोषणा के साथ ही कॉलेज परिसर में उत्सव जैसा माहौल है, वहीं क्षेत्रीय छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. यहां उल्लेखनीय है कि अब तक स्नातक नामांकन की प्रक्रिया में इस कॉलेज को संबद्धता लंबित होने के कारण कई छात्रों को पहले और दूसरे मेरिट लिस्ट में एडमिशन नहीं मिल सका था. लेकिन अब स्थायी संबद्धता मिलने के बाद यह स्थिति बदल जाएगी. कॉलेज को अगली मेरिट लिस्ट में शामिल किया जाएगा और इच्छुक विद्यार्थी स्पॉट एडमिशन के माध्यम से भी दाखिला प्राप्त कर सकेंगे. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बलाल सिद्दीकी ने कहा, “यह कॉलेज, शिक्षक और छात्र समुदाय सभी के लिए गर्व का क्षण है. यह मान्यता हमारे शैक्षणिक प्रयासों और प्रतिबद्धता की स्वीकृति है. अब हम उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा को और विस्तार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”कॉलेज सचिव मोहम्मद बदरुद्दीन ने कहा, “स्थायी संबद्धता मिलना पूरे क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए एक वरदान है. अब उन्हें दूसरे शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा. महाविद्यालय अब पूरी तैयारी के साथ एडमिशन प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा.”इस सफलता के पीछे कॉलेज के शिक्षकों और कर्मचारियों की मेहनत को भी भुलाया नहीं जा सकता. इस उपलब्धि में बिपिन सिंह, हिमांशु कुमार पांडेय, आनंद शुक्ल, मोहम्मद कयामुद्दीन, सुमी कुमारी और बेबी कुमारी सहित पूरे स्टाफ का सक्रिय योगदान रहा है. स्थायी संबद्धता मिलने के बाद कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अब वह डिजिटल शिक्षा, पाठ्यक्रम विस्तार, पुस्तकालय व प्रयोगशाला संसाधन जैसे क्षेत्रों में भी नए नए सुधार की दिशा में तेजी से काम करेगा. कॉलेज में हिंदी, अंग्रेजी, इतिहास, होम साइंस, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र, भूगोल, दर्शनशास्त्र, उर्दू, मनोविज्ञान सहित 15 विषयों में स्नातक स्तर की पढ़ाई होती है. अब इन विषयों में नामांकन की प्रक्रिया भी औपचारिक रूप से शुरू हो सकेगी.
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