रामनगर.
नगर के रैली बाजार में स्थानीय प्रमुख निहारिका नूतन को अपनी एक विवादित दुकान का 12 वर्षों बाद आखिरकार कब्जा मिल गया. 12 वर्षों से उनकी दुकान पर इनके विपक्षी अपने कागजात दिखा हक बता रहे थे. कोर्ट की फॉरेंसिक जांच में भी उनके विपक्षी आनंद रेमी को गलत पाया गया.नतीजतन हाई कोर्ट के आदेश पर स्थानीय सीओ और पुलिस पदाधिकारियों ने दल बल के साथ मौके पर जाकर दुकान का ताला खुलवाया.गौरतलब है कि बीते दिनों बगहा कोर्ट के आदेश के बावजूद अपनी दुकान खोलने पहुंची प्रमुख को विपक्षी आनंद रेमी और उनके परिजनों ने सीधे निशाने पर ले लिया.जिससे बिना दुकान खुलवाए उनको वापस लौट जाना पड़ा था.इस दौरान उनके साथ मारपीट का एक वीडियो भी इंटरनेट ग्रुपों पर तेजी से वायरल हुआ. इस घटना के बाद अपने अधिकार को पाने के लिए फिर प्रमुख ने स्थानीय थाने में विपक्षियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया.जिसमें उनसे मारपीट का आरोप लगाया गया. फिर हाई कोर्ट में अपील के बाद स्थानीय पदाधिकारियों ने अपनी सुरक्षा में उनका दुकान खुलवाया. पदाधिकारियों में सीओ वेद प्रकाश, थानाध्यक्ष दीपक कुमार, एसआई राजेश कुमार, सुनील सिंह शामिल रहे. सीओ ने बताया कि हाई कोर्ट के आदेश पर दुकान का ताला खोला गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है