Bettiah : रामनगर.
नगर के वार्ड संख्या 1 नेपाली टोला की मुख्य सड़क कई दशक से जर्जर होकर बिलकुल चलने लायक नहीं बची है. जैसे ही कोई इस सड़क से होकर गुजरता है गड्ढे में गिरकर जख्मी होने का भय बन जाता है. आलम है कि वहां वाहन से गुजरने वाले यात्रियों को लंबी दूरी तक हिचकोले खाने पड़ते हैं. इसके बाद भी करीब 35 वर्षों से इसकी हालत जस की तस बनी हुई है. इसे आज देखने से पूरा कच्ची गांव के रास्ते जैसा दिखता है. जबकि आजकल की गांव की सड़कें भी चकाचक हो चुकी है. बावजूद किसी जनप्रतिनिधि ने अभी तक संज्ञान नहीं लिया है. जबकि यह रास्ता रामनगर-गोबर्धना मुख्य सड़क को सीधा जाती है. इस वजह से नेपाली टोला के हजारों की संख्या में निवास करने वालों को लोगों को सोनखर चेक नाका जाने में तकलीफ होती है. इसके लिए करीब दो किलोमीटर दूरी का चक्कर काटना पड़ता है. बरसात होते ही इसकी हालत बद से बदतर हो जाती है. इस बाबत नप रामनगर के सशक्त स्थाई समिति सदस्य आसिफ अली ने बताया कि करीब 35 वर्ष पूर्व नेपाली टोला मुख्य सड़क का निर्माण हुआ था. अभी यह पूरी तरह कच्चे रस्ते में तब्दील हो गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है