बेतिया. जिला मुख्यालय के इकलौते महिला डिग्री कॉलेज- महेश्वरनाथ महामाया महिला महाविद्यालय (1964) की स्थापना के 59 साल बाद दिन बहुरने वाले लगते हैं. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से स्थाई संबंधन प्राप्त इस उच्च शिक्षण संस्थान के पहले शैक्षणिक भवन निर्माण का शिलान्यास कुलपति प्रो.(डॉ) दिनेश चंद्र राय करने वाले हैं. आगामी एक अगस्त को निर्धारित कार्यक्रम में कुलपति के पदार्पण का यह संभवतः पहला अवसर होगा. यह स्थिति तब है जब इस महाविद्यालय का का संचालन विश्वविद्यालय प्रशासन स्तर गठित शासी निकाय द्वारा ही किया जा रहा है. नगर के ऐतिहासिक राज राज ड्योढी परिसर में स्थित इस महाविद्यालय की ऐसी उपेक्षा का आलम तब है, जब महिलाओं के इस शैक्षणिक संस्थान की स्थापना के करीब 16 साल बाद स्थापित नगर का राम लखन सिंह यादव महाविद्यालय आज 16 विषयों में एमए तक की पढ़ाई वाला उच्च शिक्षण संस्थान बन गया है. आपसी विवाद और राजनीतिक उपेक्षा के कारण जिला के करीब एक लाख बालिकाओं का जीवन बदल चुका है. आगामी शुक्रवार को महाविद्यालय के शैक्षणिक भवन निर्माण के निर्धारित शिलान्यास की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है. प्राचार्या डॉ सिमी सिन्हा बतातीं हैं कि इस शुभ अवसर की पूरे महाविद्यालय परिवार को बेसब्री के साथ प्रबल प्रतीक्षा है. कुलपति महोदय और शासी निकाय के पदाधिकारी गण के साथ सूबे की पशुपालन मंत्री सह माननीया विधायक रेणु देवी, पश्चिमी चंपारण के सांसद डॉ. संजय जायसवाल के अलावा नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया भी बतौर विशिष्ट अतिथि समारोह को सुशोभित करेंगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है