बिहारशरीफ. जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में शनिवार को बिना अनुसचिवीय कर्मचारी संघ, नालंदा की सामान्य परिषद में बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता जिला मंत्री अरविंद कुमार ने की. इस दौरान संघ के सदस्यों ने संगठनात्मक मुद्दों के साथ-साथ लिपिकीय संवर्ग की सेवा शर्तों में सुधार और वेतनमान बढ़ोतरी से संबंधित कई अहम प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया. बैठक को संबोधित करते हुए जिला मंत्री अरविंद कुमार ने बताया कि समाहरणालय लिपिकीय संवर्ग के कैडर पुनर्गठन की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है. इस संदर्भ में परिषद ने कई प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया है. मूल कोटि (लिपिक) का वेतनमान 2800 रुपये ग्रेड पे स्वीकृत किया जाए. लिपिकीय संवर्ग में प्रोन्नति के विभिन्न स्तरों पर वेतनमान को संगत रूप से बढ़ाया जाए और सहायक प्रशासी पदाधिकारी का ग्रेड पे 5400 रुपये किया जाए. मूल कोटि का पदनाम लिपिक बदलकर सहायक किया जाए. सहायक प्रशासी पदाधिकारी का पदनाम बदलकर प्रशासी पदाधिकारी किया जाए. समाहरणालय में समाहर्ता के निजी सहायक के रिक्त पद पर शीघ्र पदस्थापन की प्रक्रिया शुरू की जाए. संघ की ओर से यह भी निर्णय लिया गया कि उपरोक्त सभी मांगों को एक मांग पत्र के रूप में राज्य सरकार को प्रेषित किया जाएगा, ताकि लिपिकीय संवर्ग के कर्मियों को उनके कार्यों के अनुरूप सम्मानजनक सेवा शर्तें और प्रोन्नति का उचित अवसर प्राप्त हो सके. बैठक में संघ की उपाध्यक्ष ज्योति सिंह, पटेल पुरुषोत्तम, टोनी गुप्ता, सुनील कुमार, प्रीति कुमारी, कौशलेंद्र कुमार, किशलय कुमार, दीपक कुमार सहित कई कर्मी व सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने संगठन की एकजुटता पर जोर देते हुए यह संकल्प लिया कि मांगों को लेकर आवश्यकतानुसार आंदोलनात्मक रुख भी अपनाया जाएगा. जिला मंत्री अरविंद कुमार ने कहा कि यदि लिपिकीय संवर्ग की उपेक्षा जारी रही, तो संघ चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होगा. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि कर्मियों की वर्षों से लंबित मांगों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र स्वीकार किया जाए.
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