शेखपुरा. सदर अस्पताल के बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ सीपीआइ कार्यकर्ताओं ने धरना दिया. इस मौके पर मौजूद सीपीआई कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सदर अस्पताल में चिकित्सकों के द्वारा मनमानी की जाती है. समय से चिकित्सक ड्यूटी पर नहीं आते हैं, कई चिकित्सक ड्यूटी से गायब रहते हैं. हल्के बीमार या चोटिल मरीजों को तुरंत रेफर करने पर रोक लगाने और मरीजों का समुचित इलाज करने का मुद्दा धरना के माध्यम से उठाया गया. इसके साथ ही रेफरल पीएससी गिरिहिंडा में पुरुष बंध्याकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की गयी है. वहीं, जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा वर्ष 2023 और 2024 में सभी उपस्वास्थ्य केंद्र के बुनियादी सुविधा के नाम राशि के खर्च की उच्च स्तरीय जांच की मांग धरना के माध्यम से किया गया है. धरना की समाप्ति के बाद नौ सूत्री मांगों का एक ज्ञापन सिविल सर्जन डॉ सनाज्य कुमार को सौंपा गया. जिसमें जिसमें सदर अस्पताल समेत सभी पीएचसी में दवा और डाक्टर के रहने की गारंटी सुनिश्चित करने. सदर अस्पताल को बिचौलिया मुक्त करने. हल्के-फुल्के चोटिल या मामूली बीमार मरीजों को बाहर रेफर करने पर रोक लगाने. मरीज के इलाज की आन लाइन की व्यवस्था समाप्त करने. पारा मेडिकल के लड़के के भरोसे अस्पताल चलाना बंद करें. अस्पताल में लगे सभी सुरक्षाकर्मी का वेतन अविलंब भुगतान किया जाए एवं धमकी और प्रताड़ना करना बंद किया जाये एवं सभी सुरक्षाकर्मी को न्यूनतम मजदूरी सोलह हजार रुपए राशि का भुगतान किया जाये. हटाये गये सभी सुरक्षाकर्मी को जल्द से जल्द पुनः बहाल किया जाये. सीपीआइ के जिला सचिव प्रभात कुमार पांडेय ने कहा कि अगर सदर अस्पताल शेखपुरा समेत जिला के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों की बदहाल व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, दवाइयों की उचित व्यवस्था नहीं की गयी एवं डाक्टरों द्वारा की गई लापरवाही में सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन के अगले चरण में सिविल सर्जन का घेराव और आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष भी धरना दिया जायेगा. इस आंदोलन को महागठबंधन के कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रभात कुमार चंद्रवंशी, महिला नेत्री आरती देवी, एनएसयूआइ के प्रमेंद्र कुमार, माधव कुमार पांडेय, लखन महतो ने स्वस्थ व्यवस्था को सुधारने के लिए अपनी बातों को रखा और धरना का समर्थन किया. धरना में गुलेशवर यादव, निधीश कुमार गोलू, धूरी पासवान, राम दास, विरेन्द्र पांडेय, विश्वनाथ प्रसाद, ललित शर्मा, राजेंद्र महतो, एआइवाइएफ के जिला उपाध्यक्ष जीशान रिजवी, धर्मराज कुमार, कारू रविदास, कैलाश दास, अवधेश रविदास, साबो देवी, कारी देवी, सुनीता कुमारी, गीता देवी, चम्पा देवी समेत बड़ी संख्या में किसान-मजदूर, नौजवान एवं महिलाएं शामिल हुए.
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