शेखपुरा. जिले में जमीनी दस्तावेजों का डिजिटाइजेशन युद्धस्तर पर शुरू हो गया है. पहले फेज में 45 साल पुराने यानी 1990 से लेकर 1995 तक के दस्तावेज को डिजिटल स्वरूप में बदला जा रहा है. शुरू किए गए इस विशेष करवाई के तहत 45 हजार चार सौ दस्तावेज को 3 माह के अंदर डिजिटल रूप देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस नई व्यवस्था से आने वाले तीन माह के बाद भूस्वामियों को जमीन संबंधित दस्तावेज निकालने के लिए कंप्यूटर का एक क्लिक की काफी होगा. इस नई व्यवस्था के जरिए जमीन मामले में हो रहे हेराफेरी पर भी रोक लग सकेगा. इसके साथ ही जमीन विवाद के निष्पादन में भी सरल सुविधा मिल सकेगी. शेखपुरा के अवर निबंधन कार्यालय में युद्ध स्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है. कार्यालय मंर निबंध कार्य से लेकर दस्तावेज तलाशी की व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया जा रहा है. इसके लिए बनाए गए विशेष भवन में नागरिक सुविधा का इजाफा किया जा रहा है. वातानुकूलित प्रतीक्षालय का हो रहा निर्माण
निबंधन के लिए समाहरणालय परिसर कार्यालय पहुंचने वाले क्रेता और विक्रेताओं को भीषण गर्मी के साथ-साथ विभिन्न मौसमों में वातानुकूलित व्यवस्था का लाभ मिल सकेगा. इसके लिए निबंधन कार्यालय परिसर में वातानुकूलित प्रतीक्षालय का निर्माण किया जा रहा है.जिला अवर निबंधन डॉ मनिन्द्र्नाथ झा ने बताया कि एक सप्ताह के अंदर उक्त वत अनुकूलित प्रतीक्षालय का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा.निर्धारित अवधि में इस प्रतीक्षालय का उद्घाटन कर लोगों की सुविधा के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा.
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