बिहारशरीफ. राजगीर स्थित प्रसिद्ध श्री जैन श्वेताम्बर धर्मशाला (नौलखा मंदिर) में 19 मई की रात हुई भीषण लूटकांड का पुलिस ने महज छह घंटे में खुलासा करते हुए पांच अपराधियों को लुटे गये 8,05,090 नकद, एक देसी पिस्तौल, 13 जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, उपयोग किये गये कपड़े, मोबाइल फोन और लोहे का दबिया के साथ गिरफ्तार किया है. पुलिस द्वारा की गई त्वरित और गहन जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस लूटकांड में मंदिर से जुड़े ही कई लोग शामिल थे. गिरफ्तार पांच अभियुक्तों में मुख्य पुजारी का बेटा और भतीजा भी शामिल हैं. गिरफ्तार अपराधियों में पूरी गांव निवासी स्व अखिलेश्वर तिवारी का पुत्र व मुख्य पुजारी का भतीजा परमीत तिवारी, मुख्य पुजारी सिधेश्वर तिवारी का पुत्र वीनीत कुमार, राजगीर थानाक्षेत्र के उपाध्याय टोला निवासी त्रिपुरारी उपाध्याय का पुत्र व सहायक सुपरवाइजर, धर्मशाला बचन उपाध्याय, नवादा जिला के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के अपसढ़ गांव निवासी कन्हैया कुमार एवं हिरा कुमार शामिल है. पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने प्रेसवार्ता कर बताया कि 19 मई की रात लगभग 2:30 बजे राजगीर थानाध्यक्ष को सूचना मिली कि नौलखा मंदिर में लूट की घटना हुई है. सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचकर और घायल गार्ड को अनुमंडल अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया. फिलहाल उसका इलाज पटना के रूबन हॉस्पिटल में चल रहा है. एसपी ने बताया कि हथियारबंद अपराधियों ने मंदिर परिसर में प्रवेश कर नाइट गार्ड और भंडारी को बंधक बना दान पेटी से भारी मात्रा में नकदी लूट ली. इस घटना का राजगीर पुलिस ने महज छह घंटे में सफलतापूर्वक खुलासा कर दिया. इस घटना के उद्भेदन में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, राजगीर सुनील कुमार सिंह, अंचल निरीक्षक संजय कुमार, अंचल निरीक्षक गिरियक मनीष भारद्वाज, राजगीर थानाध्यक्ष रमन कुमार, आसूचना इकाई प्रभारी आलोक कुमार, थानाध्यक्ष गिरियक दीपक कुमार, थानाध्यक्ष बेन रवि कुमार, छबिलापुर थानाध्यक्ष मुरली मनोहर आजाद, नालंदा थानाध्यक्ष निशि कुमार, कतरीसराय थानाध्यक्ष सत्यम तिवारी एवं थाना के महिला एवं पुरुष सशस्त्र बल के जवानों की तत्परता भी सराहनीय रही.
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