तीन की हालत नाजुक, विम्स में चल रहा इलाज
बिहारशरीफ (नालंदा). पावापुरी थाना क्षेत्र के पुरी गांव स्थित जलमंदिर के पास शुक्रवार को कर्ज के बोझ से तंग आकर एक ही परिवार के पांच लोगों ने जहर खा लिया, जिससे दो बेटियों की मौत हो गयी. वहीं, पति-पत्नी व एक बेटे की हालत गंभीर है और विम्स पावापुरी में इलाज चल रहा है. जानकारी के अनुसार, पीड़ित परिवार जलमंदिर के समीप किराये के मकान में रहता था. कपड़ा व्यवसायी दुकानदार धर्मेंद्र कुमार, उनकी पत्नी सोनी कुमारी (38 वर्ष), पुत्र शिवम कुमार (15 वर्ष), बेटी दीपा (14 वर्ष) और अरिका (16 वर्ष) ने सल्फास खा लिया, जिससे सभी बेहोश हो गये. इसके बाद सभी इलाज के लिए विम्स पावापुरी लाया गया, जहां इलाज के दौरान दीपा और अरिका की मौत हो गयी. परिजनों ने बताया कि धर्मेंद्र ‘श्री काली मां साड़ी सेंटर’ नामक दुकान चलाते थे. मूल रूप से शेखपुरा जिले के पुरनकामा गांव का है. वह आर्थिक तंगी और साहूकारों के कर्ज से दब गया. कर्ज पर लिये गये पैसे का ब्याज नहीं चुका पाने के कारण परिवार को प्रताड़ना झेलनी पड़ रही थी. इससे तंग आकर पूरे परिवार ने जहर खा लिया. इसमें छोटा पुत्र सत्यम (सात वर्ष) ने पुलिस को बताया कि उसे भी सल्फास खाने को दिया गया था, लेकिन उसने वह गोली फेंक दी. घटना की सूचना मिलते ही पावापुरी थानाध्यक्ष गौरव कुमार सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में मामला कर्ज और प्रताड़ना से जुड़ा लगता है. मृत बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
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