शेखपुरा. महागठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों की एक बैठक कॉलेज मोड़ के समीप एक सभागार में किया गया. जिसकी अध्यक्षता जिला समन्वय समिति के अध्यक्ष सीपीआई नेता प्रभात कुमार पांडेय ने किया. बैठक में राज्य समन्वय समिति के सदस्य व वीआईपी पार्टी के युवा प्रदेश अध्यक्ष पप्पू चौहान ,कांग्रेस के जिला कार्यकारी अध्यक्ष रोशन कुमार सिंह, भाकपा माले के जिला सचिव विजय कुमार विजय,सीपीआई के सहायक जिला सचिव गुलेश्वर यादव,सीपीएम जिला सचिव बीरबल शर्मा इत्यादि ने बैठक में आए सभी महागठबंधन के पदाधिकारी को संबोधित करते हुए कहा कि देश के अंदर एनडीए की सरकार बिल्कुल जन विरोधी है और ठीक उसी पैटर्न पर चलने वाली बिहार की सरकार के गलत नीतियों से आम जनता की हालत बद से बतर होते जा रही है. राज्य के अंदर आम जनमानस भय और दहशत के वातावरण में जीने के लिए विवश है.इस बैठक में सभी दलों के जिला, प्रखंड और पंचायत अध्यक्ष और सचिव भी शामिल हुए.बैठक में सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया कि नोटबंदी की तरह वोटबंदी किया जा रहा है. जिसे किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे. इसके लिए शेखपुरा जिला के दोनों विधानसभा क्षेत्र में गांव-गांव और घर-घर जाकर 18 जुलाई से मतदाताओं को वंचित नहीं होने देने लिए संपर्क अभियान चलाएंगे. यह अभियान शेखपुरा और विधानसभा के घाटकुसुंभा प्रखंड से शुरू किया जाएगा. जिसमे महागठबंधन के सभी दल आरजेडी ,कांग्रेस,सीपीआई, वीआईपी,भाकपा माले,सीपीएम के दर्जनों नेता भाग लेंगे.नेताओं ने कहा कि इंडिया गठबंधन के बिहार के अध्यक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव का विजन है, कि सरकार बनने के बाद सभी महिलाओं को माई सम्मान योजना के तहत ढाई हजार रुपया, बिहार से पलायन रोकने के लिए नौजवानों को रोजगार, सभी वृद्ध विधवा को तीन हजार प्रतिमाह पेंशन, सभी को 200 यूनिट बिजली मुफ्त में देने समेत बिहार के विकास के लिए कई लाभप्रद योजनाएं चालू करने का जो निर्णय है. इस विजन के हिसाब से एनडीए की डबल इंजन की सरकार ने बिहार मे मजबूर होकर काम करना शुरू कर दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है