बिहारशरीफ. नालंदा पुलिस ने जिले में हाल के दिनों में हुई तीन बड़ी लूट की घटनाओं का खुलासा करते हुए 9 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से लूट में प्रयुक्त हथियार, वाहन, नकद, मोबाइल और लूटी गई सामग्री बरामद की गई है. यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक नालंदा के निर्देश पर गठित विशेष टीम द्वारा की गई, जिसमें अस्थावां, हरनौत और बेन थाना की पुलिस के साथ जिला आसूचना इकाई भी शामिल थी. पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने प्रेसवार्ता कर बताया कि 20 दिनों के भीतर तीन बड़ी लूट की घटनाएं हुई थी जिनमे अस्थावां थाना क्षेत्र के जंगीपुर गांव में 17/18 जुलाई की रात छह अपराधियों ने रंजीत साव के घर में घुसकर हथियार के बल पर लूटपाट की थी. इस संबंध में अस्थावां थाना में कांड दर्ज किया गया था. दूसरी हरनौत थाना क्षेत्र में 14/15 जुलाई की रात श्याम किशोर प्रसाद (सद्भाव नगर) के घर पर भी इसी तरह की लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था, जिसके तहत हरनौत थाना में कांड दर्ज हुआ जबकि तीसरी घटना बेन थाना क्षेत्र के बड़ी आंट गांव में 2/3 जुलाई की रात अशोक चौधरी के घर में लूट की घटना हुई थी. इस मामले में बेन थाना कांड संख्या 145/25 दर्ज किया गया था. तीनों घटनाओं की शैली एक जैसी थी रात्रि में प्रवेश, हथियारों का प्रयोग, नकदी और बहुमूल्य सामान की लूट जिससे पुलिस को अंदेशा हुआ कि सभी वारदातें एक ही गिरोह द्वारा अंजाम दी गई हैं. तकनीकी अनुसंधान और फील्ड इंटेलिजेंस से अपराधी चिह्नित पुलिस ने घटनास्थलों से फिंगरप्रिंट, डॉग स्क्वॉड की मदद, तकनीकी साक्ष्य और फील्ड इनपुट के आधार पर जांच आगे बढ़ाई. इसके पश्चात तीनों कांडों में शामिल कुल 9 पेशेवर अपराधियों की पहचान की गई. विशेष छापेमारी कर इन्हें अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधियों में पटना जिला के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के घोसवारी निवासी मो. आलम, पप्पु बख्सो, मो. झब्बन, बाढ़ थाना क्षेत्र के अकबरपुर निवासी राज कुमार साह उर्फ कक्कु, बिहार थानाक्षेत्र के चैनपुरा निवासी मो. मिराज उर्फ घोघा, छज्जु मुहल्ला निवासी मो. फरकान उर्फ पंडित, गया जिला के नीमचक बथानी थाना क्षेत्र के सिमराव निवासी मो. ऐनाम उर्फ भोट्टा, अस्थावां थाना क्षेत्र के मोहनी निवासी एजाज अयूबी एवं नूरसराय थाना क्षेत्र के रसलपुर निवासी मो. तैयब शामिल है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से तीन देसी कट्टा, पांच8 एमएम केएफ कारतूस, तीन की-पैड मोबाइल, दो एंड्रॉयड मोबाइल, तीन जोड़ी चांदी की पायल, ₹25,800 नकद राशि, लूटी गई डीवीआर और मिक्सी मशीन, अपराध में प्रयुक्त सुप्रो मिनी ट्रक वाहन बरामद किया गया. अपराध की सुनियोजित योजना एसपी ने बताया कि अपराधियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के सदस्य लूट से पहले टारगेट घरों की रेकी करते थे. हरनौत की घटना में शामिल एक आरोपी पहले उस क्षेत्र में किराये पर रह चुका था. अस्थावां में पेंटिंग का कार्य करने वाले एक अपराधी ने ही वहां लूट की योजना बनाई थी. गिरोह के कुछ सदस्य बर्तन या अन्य सामान बेचने के बहाने गांव-गांव घूमते और संभावित लक्ष्य चिह्नित करते थे. वारदात के लिए सुप्रो मिनी ट्रक का इस्तेमाल कर आते-जाते थे पुलिस की सक्रियता ने रोका बड़ा गिरोह इस पूरे अभियान में थाना हरनौत, अस्थावां, बेन की टीमों के साथ जिला आसूचना इकाई की प्रमुख भूमिका रही. पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित विशेष दल ने उच्चस्तरीय समन्वय और तकनीकी संसाधनों के जरिए महज 20 दिनों के अंदर तीनों लूटकांडों का सफलतापूर्वक उद्भेदन कर लिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है