बिहारशरीफ. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के हरनौत में बन रहे रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) की धीमी गति से नाराज़ ग्रामीणों ने शुक्रवार को अनोखा विरोध दर्ज कराया. हरनौत बाजार से गोनांवा जाने वाली सड़क पर कीचड़ से भरे हिस्से में ग्रामीणों ने धान रोपकर सरकार और ठेकेदार की उदासीनता पर रोष जताया. ग्रामीणों ने बताया कि यह आरओबी पिछले दो वर्षों से अधूरा पड़ा है, जिससे क्षेत्रवासियों को भारी परेशानी हो रही है. बारिश के मौसम में सड़क कीचड़ और जलजमाव से भर जाती है, जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों और राहगीरों को जान जोखिम में डालकर चलना पड़ता है. विरोध कर रहे सोनू कुमार, जितेंद्र कुमार, रामा कुमार, विजय यादव, अजीत कुमार आदि ने बताया कि इस मार्ग से करीब 150 गांव सीधे जुड़े हुए हैं. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि यह खराब सड़क मुख्यमंत्री निवास से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर है, इसके बावजूद किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने अब तक संज्ञान नहीं लिया. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार की लापरवाही के चलते करोड़ों रुपये की लागत वाली यह परियोजना अधर में लटक गई है. इस मुद्दे पर हरनौत नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी सौरव सुमन ने बताया कि आरओबी निर्माण की स्थिति की जानकारी विभाग को पत्र के माध्यम से दी जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी विभाग को इस समस्या से अवगत कराया गया था. वहीं पुल निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता राम सुरेश राय ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि पुल के चढ़ाई और उतराई वाले स्ट्रक्चर में तकनीकी समस्या आ रही है. साथ ही बारिश के कारण सर्विस लेन में गड्ढे बन गए हैं, जिससे राहगीरों को दिक्कत हो रही है. उन्होंने आश्वासन दिया कि गड्ढों की मरम्मत जल्द करवाई जाएगी, और पुल निर्माण कार्य को तेज गति से आगे बढ़ाया जाएगा. ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है ताकि सड़क की स्थिति सुधारी जा सके और आम लोगों को आवागमन में राहत मिले. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.
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