बिहारशरीफ. उप विकास आयुक्त श्रीकांत कुण्डलिक खाण्डेकर ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) और लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की समीक्षा की. बैठक में योजनाओं की प्रगति, अपशिष्ट प्रबंधन और नागरिक सहभागिता को लेकर कई अहम दिशा-निर्देश दिये गये. उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के उपरांत पात्र लाभुकों को जांच के बाद ही भुगतान किया जाये, ताकि योजना में पारदर्शिता बनी रहे. स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 के तहत सिटीजन फीडबैक के माध्यम से आम लोगों की राय लेने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया. ग्राम पंचायतों में वार्ड स्तर पर कचरा उठाव की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने और संबंधित जानकारी स्वच्छता मित्र एप पर अपलोड करने के निर्देश दिये गये. बैठक में निर्माणाधीन 24 अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाइयों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश भी दिया गया ताकि ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन बेहतर ढंग से हो सके. ग्राम पंचायतों को ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबंधन में खर्च की गयी राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र जिला कार्यालय को भेजने का निर्देश दिया गया. साथ ही स्वच्छता कर्मियों और पर्यवेक्षकों के मानदेय से संबंधित रिपोर्ट भी शीघ्र भेजने को कहा गया. डिजिटल कम्युनिकेशन मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत पंजीकृत परिवारों को राज्य कार्यालय से भेजे गए स्वच्छता संदेश व्हाट्सएप पर साझा करने और संदेशों पर फीडबैक लेने के साथ-साथ गृह भ्रमण भी करने का निर्देश दिया गया. इस समीक्षा बैठक में अजीत कुमार प्रसाद (निदेशक), जिला समन्वयक, जिला सलाहकार, सलाहकार, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड समन्वयक शामिल हुए. उपविकास आयुक्त ने सभी संबंधित विभागों से कहा कि स्वच्छता अभियान को प्राथमिकता देते हुए समयबद्ध कार्य सुनिश्चित करें.
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