बिहारशरीफ. जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को सीएमआर आपूर्ति कार्य प्रगति से संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई. समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिले के कई सहकारी समितियों के द्वारा क्रय धान के विरुद्ध राज्य खाद्य निगम को केवल 85.24 फीसदी सीएमआर की आपूर्ति की गई है. जिले के विभिन्न समितियां पर लगभग 617 लॉट सीएमआर बकाया हैं. विभाग द्वारा सीएमआर आपूर्ति के लिए अंतिम तिथि 5 अगस्त निर्धारित है. यह तिथि आपूर्ति की अंतिम विस्तारित तिथि हैं. जिसमें भारत सरकार द्वारा कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा. जिले के कई समितियों के द्वारा सीएमआर आपूर्ति में अभिरुचि नहीं ली जा रही है. ऐसे समितियों को चिन्हित किया गया है तथा उन्हें नोटिस निर्गत किया गया है. निर्धारित तिथि तक जिन पैक्सो द्वारा शत-प्रतिशत सीएमआर आपूर्ति नहीं की जाएगी उनके विरुद्ध धान गबन के आरोप में कठोर विधि समम्त कार्रवाई की जाएगी तथा नीलाम पत्रवाद दायर किया जाएगा. समीक्षा में यह भी बात सामने आई कि कई मिलों द्वारा भी सीएमआर आपूर्ति में अभिरुचि नहीं ली जा रही है तथा अपने दैनिक लक्ष्य के विरुद्ध बहुत कम मात्रा में सीएमआर आपूर्ति की जा रही है. उन्हें चिन्हित कर अंतिम रूप से चेतावानी दिया गया है कि वे अपने इस रवैये में सुधार लाए तथा निर्धारित दैनिक लक्ष्य के अनुरूप सीएमआर तैयार कर शत-प्रतिशत आपूर्ति सुनिश्चित कराए अन्यथा उनके विरुद्ध भी विधि सम्मत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. समीक्षा में कुछ वैसी समितियों का नाम प्रकाश में आया जिनके पास अधिक लॉट बकाया है, वैसी समितियों जैसे एक्सारा , पांचलोवा, नीरपुर ,खैरा , सारे, केशोपुर, पोखरपुर, चेरो, नीरपुर, सरबहदी , रैतर,सान्ध,ओप , अंधना ,शंकरडीह ,बरदाहा , नोआवा , दनियावा पेदापुर पर विशेष नजर रखी जा रही है. सहकारिता विभाग के सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि दैनिक रूप से इसकी समीक्षा करें. समितियों के अध्यक्ष, प्रबंधक तथा मिलो के साथ बैठक कर समितियों तथा मिलो के माध्यम से निर्धारित समय के भीतर शत- प्रतिशत सीएमआर जमा कराना सुनिश्चित करें. राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक को निर्देश दिया गया कि मिलो के मालिकों को निर्देश दे कि विभागीय निर्देशानुसार सीएमआर तैयार कर अपने दैनिक लक्ष्य के अनुसार सीएमआर आपूर्ति कराना सुनिश्चित करें. जिला पदाधिकारी ने अधिकारियों को चेतावनी दी गई है कि किसी भी स्तर पर कोताही बरतने पर समितियों, मिलो, तथा पदाधिकारियों के विरुद्ध निश्चित रूप से सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. कम सीएमआर प्राप्ति पर क्षोभ व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा जिला सहकारिता पदाधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. इस अवसर पर अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन, डीएम एसएफसी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, आदि उपस्थित थे.
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