शेखपुरा. टाउन थाना क्षेत्र के खांडपर स्थित बाबूराम तालाब मोहल्ले में एक बैंक मैनेजर के बंद घर से 25 लाख रुपये के जेवरात चोरी का मामला सामने आया है. इस मामले में सूचना मिलते ही टाउन थाना पुलिस ने छानबीन शुरू कर दिया है. घटना को लेकर पीड़ित की पहचान शेखपुरा शहर के दल्लू चौक पर चर्चित चाय विक्रेता प्रदीप मंडल के पुत्र व मुंबई में इंडियन बैंक के शाखा प्रबंधक दीपक कुमार के रूप में बताया गया है. शाखा प्रबंधक मूल रूप से शेखपुरा शहर के खांडपर स्थिति बाबुराम तालाब निवासी है. स्थानीय लोगों ने बताया कि मंगलवार की सुबह दीपक के घर का में गेट खुला हुआ पाया. जब लोगों ने कुछ अनहोनी की आशंका पर छानबीन शुरू की तब उसके में गेट का ताला भी टूटा हुआ पाया. इस घटना की सूचना पड़ोसियों के द्वारा दीपक के अलावे उसके अन्य परिजनों को दिया गया. शेखपुरा शहर के अहियापुर की रहने वाली मुकेश कुमार की पत्नी निशु कुमारी ने छानबीन कर रही पुलिस को घटना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चोरी की घटना को अंजाम देने वाले बदमाश ने दो कमरों का ताला तोड़ दिया. मुख्य रूप से घर के अंतिम कमरे में रखे गोदरेज को भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया. गोदरेज में रखें जेवरात की चोरी कर ली. पीड़िता नीशू ने बताया कि कुछ साल पहले अहियापुर स्थित उसके मकान में भी चोरी की घटना घटी थी. इसी के वजह से उसने अपने घर के जब रात को भी अपने मायके में ही रख दिया था. पीडिता ने यह भी बताया कि लगभग पांच लाख रूपये के जेवरात उसने अपने मायके में रखा. वह वहां भी सुरक्षित नहीं रह सका. घटना के बाद पीड़िता का रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने बताया कि चोरी की घटना वाले घर में दीपक मुम्बई में ही अपने रहते है. छुट्टी के दौरान ही वे शेखपुरा अपने घर आते है. मां राम सखी देवी एवं उनके भाई राजन कुमार फिलहाल निवास कर रहा है. राजन शहर के दल्लू चौक पर ही चाय बेचने का काम करता है. पिछले 4 दिन पहले ही उक्त घर में ताला बंद कर अपने परिवार के यहां निमंत्रण में शामिल होने गयी थी. इसी बीच मंगलवार की सुबह चोरी की घटना की जानकारी मिलते ही वह पूरी तरह से परेशान हो गयी. इस घटना को लेकर एसडीपीओ डॉ राकेश कुमार ने बताया कि घटना का आधुनिक अनुसंधान के जरिए जांच किया जा रहा है. शहरी क्षेत्र में हो रही चोरी की घटनाओं के लिए पुलिस तो सजग है ही आम लोगों को भी सजग रहना होगा.
बंद घरों को लगातार बनाया जा रहा निशान : जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बंद घरों को चोर लगातार निशाना बना रहे हैं. इसके बावजूद भी गृह स्वामी सचेत नहीं हो रहे. पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए पूरे घर को खाली कर चले जाते हैं. ऐसी स्थिति में उन्हें जिंदगी भर की कमाई से एक झटके में हाथ धोना पड़ रहा है. बंद घरों में चोरी की घटनाएं लगातार हो रही है. इस तरह की घटनाएं पुलिस के लिए भी चुनौती बनी है.
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