बिंद (नालंदा). केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान मंगलवार को उतरथू गांव पहुंचकर सेना जवान सिकंदर राउत के परिजन से मिलकर सांत्वना दिया. मंत्री ने सेना के जवान सिकंदर राउत के तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया. जवान के परिजनों को हर संभव सहायता करने का भरोसा दिलाया. चिराग पासवान ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि उनके परिवारों की जिम्मेदारी लेना केवल सरकार का ही नहीं, बल्कि सभी राजनीतिक दलों व समाज के लोगों का भी कर्तव्य है. इससे सेना के जवान के परिवारों को मानसिक और सामाजिक रूप से संबल मिलेगा. मध्यप्रदेश के एक मंत्री ने सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया के खिलाफ दिए गए अमर्यादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बयान न केवल शर्मनाक है, बल्कि पूरी तरह से निंदनीय व अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा अगर ऐसा कोई नेता हमारी पार्टी में होता, तो मैं उसे आजीवन पार्टी से बाहर कर देता. उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन की कुछ सीमाएं होती हैं. इसलिए वह केवल अपनी बात और सुझाव ही रख सकते हैं. चिराग पासवान ने कहा कि सेना हमारे देश का गौरव है और राजनीतिक लाभ के लिए सैनिकों और अधिकारियों के नाम का उपयोग करना बेहद निंदनीय है. मौके पर जमुई सांसद अरुण भारती, प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, प्रधान महासचिव संजय पासवान, शशि सौरव निराला, सौरव मिश्रा, जिला अध्यक्ष सतेंद्र मुकुट, प्रखंड अध्यक्ष पप्पू पासवान सहित कई लोग मौजूद थे. आज मत्स्य पालकों को दिया जायेगा प्रशिक्षण बिहारशरीफ. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार सरकार के मत्स्य प्रभाग द्वारा आगामी 21 मई को इस्लामपुर के सोनमा में विशेष मत्स्य प्रत्यक्षण-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य मत्स्य पालन को बढ़ावा देना तथा स्थानीय मछुआरों और उद्यमियों को आधुनिक तकनीकों की जानकारी देना है. इसकी जानकारी जिला मत्स्य पदाधिकारी सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी, शम्भु कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विभाग की योजनाओं के तहत संचालित किया जा रहा है, ताकि मत्स्य पालकों को वैज्ञानिक तरीके से मछली पालन करने की विधियों से अवगत कराया जा सके. कार्यक्रम में मत्स्य पालन से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा मछली उत्पादन की नवीनतम तकनीकें, जल गुणवत्ता प्रबंधन, मछली चारा निर्माण और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जायेगी. साथ ही प्रतिभागियों को प्रशिक्षण सामग्री और प्रमाण पत्र भी प्रदान किए जायेंगे. इस पहल से नालंदा जिले के मत्स्य उद्यमियों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जिससे उनकी आय में वृद्धि के साथ-साथ राज्य में मत्स्य उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा. नालंदा जिला प्रशासन एवं मत्स्य विभाग ने अधिक से अधिक मछुआरों से इस कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है.
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