बिंद. स्थानीय प्रखंड के जमसारी पंचायत के गोविंदपुर गांव आते ही सरकार के विकास के दावों फिस्स नजर आती है. गांव के वार्ड नंबर 13 के मुख्य सड़क पर नाले का गंदा पानी बह रहा है. सड़क के किनारे ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोविंदपुर व आंगनबाड़ी केंद्र है. हजारों ग्रामीण सहित छात्र–छात्राएं भी इस नाले का गंदा पानी से हो कर विद्यालय व छोटे छोटे बच्चें आंगनबाड़ी आते है. यहां सिर्फ बरसात में ही ऐसा माहौल नहीं रहता साल के 12 महीने हजारों लोगों को इसी नरकीय नाले से हो कर गुजरना पड़ता है. गांव में नाले का घोर अभाव है. देखा जाए तो नाला बना ही नहीं है. हर घर नल जल का पानी सड़क पर बहाने को लोग विवश हैं. इस वार्ड में सड़क की स्थिति दयनीय है. सड़क में अधिकांश जगह गढ्ढे हो चुकी हैं. कुछ सड़कें ईंटकरण हैं और कुछ पीसीसी हैं, लेकिन नाली का पानी सड़क पर बहने से आपस में लोगों के बीच झगड़ा होता रहता है. नाले के पानी से निकलते दुर्गंध से लोग परेशान रहते हैं. सोख्ता का निर्माण भी नहीं हुआ है. हालांकि सामुदायिक सोख्ता का निर्माण सभी वार्डों में होना था. ग्रामीण
अनिता देवी, लालिया देवी, सुनीता देवी, सविता देवी, किरण देवी, विभा देवी, किरण देवी, सतेंद्र कुमार, गजाधर कुमार, चन्दन यादव, अश्वनी कुमार, रवि कुमार, राज बल्लभ यादव, सतेंद्र यादव, विनोद यादव, गोलू कुमार, किरण देवी राजीव कुमार, नॉलेज यादव, प्रतिमा देवी, किरण देवी, माया देवी, मीणा देवी, उषा देवी, अजय यादव सहित सैकड़ों लोगों ने कहा है, हमलोग बरसों से नरकीय जीवन जीने को मजदूर है, सालों भर नाली का गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है. गंदे पानी से होकर ही कही जाना पड़ता है. साथ ही मच्छर, दुर्गंध से जीवन बेहाल हो रखा है. दर्जनों बार अधिकारियों को आवेदन दिया,गुहार लगाया लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई. जब तक जल निकासी की व्यवस्था नहीं होगी तब तक हमलोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर रहेगें. अगर नाला का निर्माण कर दिया जाए, तो सड़क पर नाले का पानी बहने से हो रही समस्या दूर हो जायेंगी. इस संबंध में बीपीआरओ रज्जित प्रियर्दर्शी ने बताया की गांव के मामला संज्ञान में आया है. मामले की जाँच कर जल्द ही इस समस्या से निजात दिलाया जायेगा.
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