शेखपुरा. आइसीडीएस में आंगनबाड़ी केंद्र के सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने के नाम पर एक महिला से तीन लाख रुपये की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है. मंगलवार के दिन अरियरी प्रखंड अंतर्गत कसार गांव की लक्ष्मी देवी एसपी से गुहार लगाने समाहरणालय पहुंची. पीड़िता ने पत्रकारों के समक्ष आरोप लगाया कि केवटी थाना क्षेत्र के भदरथी गांव निवासी पंकज सिंह ने आंगनबाड़ी केंद्र में सुपरवाइजर की नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया. तीन लाख रुपये की मांग की गयी, जिसे किसी तरह जुटाकर पीड़िता ने पंकज सिंह को सौंप दिया. इसके बाद पंकज सिंह ने फर्जी जॉइनिंग लेटर थमा दिया और तीन महीने तक काम भी कराया. लेकिन नहीं तो वेतन मिला और न ही नौकरी की कोई वैधता साबित हुई. अब वह मोबाइल बंद कर फरार है. सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि लक्ष्मी कुमारी ने आरोप लगाया है कि पंकज सिंह ने सुकन्या विवाह योजना के नाम पर अलग-अलग गांवों में कम से कम 14 लोगों से और ठगी की है. बता दें कि वर्ष 2022 के जून माह में मद्य निषेध विभाग में गार्ड की नौकरी लगाने के नाम पर भदरथी गांव निवासी रामेश्वर सिंह के पुत्र पंकज कुमार उर्फ दीपक कुमार द्वारा आठ लोगों से 24 लाख रुपए की ठगी करने से संबंधित प्राथमिकी शेखपुरा शहर के गिरीहिंडा निवासी अंजली देवी के द्वारा बरबीघा थाना में दर्ज करायी गयी थी. उक्त मामले में पंकज कुमार के साथ-साथ सर्वा निवासी मंजू देवी, बरबीघा के झंडा चौक निवासी अभिलाषा कुमारी, पिता मुन्ना माली एवं आठ-दस अज्ञात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. उस मामले में आरोपी पूर्व में जेल भी जा चुका है.
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