राजपुर
. थाना क्षेत्र के खरगपुरा गांव निवासी 23 वर्षीय मजदूर इमामउल हसन की सऊदी अरब में विगत 29 जून को सड़क हादसे में मौत हो गयी थी. जिसका शव गुरुवार के दिन पहुंचते ही गांव में कोहरा मच गया. जिसके सदमे में गंभीर बीमारी से ग्रसित इसकी मां आशिया खातून भी इस दुनिया से चल बसी. मां बेटे की मौत से गांव सहित क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया. पुत्र व मां का एक ही साथ दोनों का जनाजा निकाला गया. जिन्हें स्थानीय कब्रिस्तान में सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में दफन किया गया. उस वक्त सभी की आंखें नम हो गयी. ग्रामीणों ने बताया कि घर की माली हालत व परिवार की आर्थिक तंगहाली को दूर करने के लिए नूरहसन का पुत्र इमामउल हसन एवं छोटा पुत्र एजाजउल अपने वतन से दूर जाकर सऊदी अरब में सपने को पूरा करने के लिए किसी कंपनी में काम करने के लिए गया था. विगत तीन माह पूर्व दिल में सपने को पूरा करने के लिए इमामउल हसन एवं इसका एक छोटा भाई दोनों किसी निजी कंपनी में काम करने के लिए गए थे. कुछ महीने बाद ही अचानक 29 जून को वह सड़क हादसे में घायल हो गया. जिसे लोग वहां के स्थानीय अस्पताल में ले गये. जहां उसकी मौत हो गयी. जिस खबर को गांव पर रह रहे उसके बड़े भाई ने जानकारी हासिल किया. लेकिन पिता एवं इसकी मां को इस खबर से दूर रखा गया. उसके साथ गए छोटे भाई को कंपनी ने वापस इंडिया भेज दिया. मां पिता को मौत की खबर ना लगे इसके लिए उसके साथ गया भाई उत्तर प्रदेश के किसी रिश्तेदार के यहां ठहर गया. इधर परिवार के लोग किसी तरह अपने रोजी-रोटी चला रहे थे. जब भी इसके पिता फोन करते छोटा पुत्र ही फोन उठाता था सब खैरियत की बात कर दिल को शांत कर देता था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है