डुमरांव. कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिसमें 1967 में मृत घोषित महिला के नाम पर दो फर्जी महिलाओं को खड़ा कर 2015 में जमीन की रजिस्ट्री करा ली गयी. जब मामले की सच्चाई सामने आने लगी, तो आरोपियों ने खुद ही दो महिलाओं को रजिस्ट्री कार्यालय ले जाकर रजिस्ट्री रद्द करवा दी. इस पूरे मामले में अब कुल नौ लोगों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.
मृत महिला के नाम पर 2015 में हुई थी रजिस्ट्री
ब्रह्मपुर थाना क्षेत्र के नवाडीह गांव निवासी दिवाकर मिश्रा ने बक्सर कोर्ट में एक अभियोग पत्र दायर किया था. उन्होंने बताया कि मेरी मां मंगरी देवी जिनका मृत्यु 1967 में ही हो गया है. मेरी मां और मेरी मामी मुनेश्वरी देवी है. वर्ष 2015 में सोवा मौजा अंतर्गत उनकी 16 कट्ठा जमीन को उनके नाम पर खड़ी की गई दो अन्य फर्जी महिलाओं के माध्यम से बेच दिया गया.
खुद ही करवा दी रजिस्ट्री की कैंसिलिंग
जब इस फर्जीवाड़े की जानकारी हुई, तब आरोपियों ने खुद को बचाने के लिए एक और चाल चली. जमीन खरीदने वालों ने दो फर्जी महिलाओं को खड़ा कर रजिस्ट्री रद्द करवा दी. रद्द करने के दस्तावेजों में यह दिखाया गया कि रजिस्ट्री के समय भुगतान की गई 3.82 लाख रुपये की राशि नहीं मिली, इसलिए वे रजिस्ट्री कैंसिल कर रही हैं. जबकि असली रजिस्ट्री दस्तावेजों में यह स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है कि पूरी राशि का भुगतान पहले ही कर दिया गया था.
विरोध करने पर की मारपीट
पीड़ित दिवाकर मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया है कि जब उन्होंने 24 अप्रैल 2025 को जमीन खरीदने वाले लोगों के घर जाकर बात करने की कोशिश की, तो उन्हें गालियां दी गईं और मारपीट कर जख्मी कर दिया गया. इस घटना से आहत होकर उन्होंने न्यायालय की शरण ली और अब कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है