राजपुर. प्रखंड की अकबरपुर पंचायत के अहियापुर गांव में ट्रिपल हत्याकांड के 24वें दिन बुधवार को पहुंचे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला. पीड़ित परिजनों से मुलाकात के बाद तेजस्वी ने कहा कि भाजपा नीतीश सरकार में अपराधी बेलागाम हो गये हैं. परिवार न्याय मांग रहा है. सरकार सोयी हुई है. सरकार का कोई भी व्यक्ति पीड़ित परिवार से आज तक मिलने नहीं आया और नहीं न्याय का कोई भरोसा दिया है. इससे स्पष्ट हो रहा है कि कोई इनकी नहीं सुन रहा है. नीतीश की सरकार में सुनवाई एवं कार्रवाई इनके राज में खत्म हो गया है. हमने सभी पीड़ित परिजनों से मिलकर उनकी बात को सुना है. परिवार के लोगों का कहना है कि न्याय चाहिए. जिन लोगों ने अपने परिवार को खोया है वह अभी भी न्याय की उम्मीद किये हैं. परिवार के लोगों का कहना है कि इसमें पुलिस प्रशासन की घोर लापरवाही है. घटना के एक दिन पहले जानकारी होने के बावजूद भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. जिसकी वजह से इतना बड़ा कांड हुआ. पीड़ित परिवार के साथ हमारी संवेदना है. इस घटना के बाद से लगातार हम नजर बनाए हुए हैं. लॉ एंड ऑर्डर को लेकर लगातार सवाल उठाते रहे हैं. अपराध को लेकर लगातार सवाल उठा रहे हैं. लेकिन कोई सुन नहीं रहा है. सरकार दूसरे पर आरोप लगा रही है कि यह जंगल राज है तो आखिर यह कौन सा राज है? उनके पहुंचने से पूर्व सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था. राजपुर मुख्यालय से अहियापुर गांव तक जगह-जगह पर पुलिस पदाधिकारी तैनात किए गए थे. जिनका काफिला पहुंचते ही अहियापुर गांव में पीड़ित परिजनों के घर चीत्कार होने लगा. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उनका चित्कार सुनकर काफी भावुक हो गये. उन्होंने इस हत्याकांड में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया. पीड़ित परिवार के महिला एवं बच्चियों से मिलकर उनकी संवेदना को सुना. घर की बच्चियों ने इनसे सवाल किया कि आखिर 24 दिन बाद भी हमें कोई न्याय नहीं मिला है. आखिर कब तक अपराधी घूमते रहेंगे? जबकि इस हत्याकांड में शामिल 19 नामजद में से अब तक अधिकतर लोगों ने स्वयं आत्म समर्पण किया है. महज दो लोगों को ही पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इससे एक बड़ा सवाल है कि पुलिस क्या कर रही है?
मृतक के पुत्र ने कहा, वैज्ञानिक तरीके से हो जांच : मृतक वीरेंद्र सिंह के पुत्र अजीत यादव ने नेता प्रतिपक्ष से मांग किया कि वैज्ञानिक तरीके से इस हत्याकांड का जांच होना चाहिए. नार्को टेस्ट एवं कई अन्य वैज्ञानिक तरीके से जब जांच होगा तो कोई भी अपराधी सजा से बाहर नहीं होंगे. अभी तक पुलिस ने इस हत्याकांड में इस्तेमाल किए गए हथियार एवं अन्य किसी प्रकार का भी कोई शस्त्र बरामद नहीं किया है. यह सबसे बड़ा सवाल है. साथ ही परिवार के लोग अभी भी भय एवं दहशत के माहौल में जी रहे हैं. आसपास के लोगों में भी भय का माहौल बना हुआ है. जिसको देखते हुए प्रशासन से सुरक्षा के लिए लाइसेंसी शस्त्र की भी मांग की गयी है. जो अभी तक इस पर प्रशासन ने पहल नहीं किया है. कई ऐसी मांग है जिन पर नेता प्रतिपक्ष ने भरोसा दिलाते हुए कहा कि न्याय के लिए हम आवाज उठाते रहेंगे. विधानसभा में इसको लेकर निश्चित तौर पर आवाज उठेगी. इस पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजेश सिंह ने कहा कि बिहार के चर्चित नरसंहार इस हत्याकांड में इतने दिनों बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है. इस घटना से एक दिन पूर्व जो विवाद हुआ था. उस विवाद के मामले में भी पुलिस को अवगत कराया गया था. फिर भी प्रशासन का इस पर कोई एक्शन नहीं लेना सबसे बड़ा सवाल है. परिजनों से हुई बातचीत में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब हमारी सरकार होगी तो जो भी मृतक के आश्रित बच्चे हैं. निश्चित तौर पर सरकारी नौकरी देने पर विचार करेंगे. विधायक विश्वनाथ राम ने भी मांग करते हुए कहा कि जो पीड़ित परिवार है. इसे न्याय मिलना चाहिए. इस मौके पर राजपुर मुखिया अनिल सिंह, बृज बिहारी सिंह, राजद नेत्री आनंद रंजना, चौसा जिप सदस्य पूजा कुमारी के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे.
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