बक्सर
. जिले में लगातार बढ़ रहे गंगा के पानी से बाढ़ का संकट मंडराने लगा है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 60 सेंटीमीटर दूर है और पानी बढ़ोतरी का सिलसिला अनवरत जारी है. ऐसे में तटवर्ती इलाके के मैदानी भागों में भी पानी फैलता जा रहा है. लगातार पानी बढ़ने से दियारा क्षेत्र के लोग सहमे हुए हैं. वे सुरक्षित स्थानों की करने लगे हैं. पानी में खेतों के डूबने से पशुओं के लिए चारा की समस्या उत्पन्न हो गयी है और फसलें भी बरबाद हो गयी हैं. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक गंगा का जलस्तर शनिवार की शाम 59.72 मीटर हो गया था और 01 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पानी बढ़ रहा था. गंगा का यह जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 60 सेंटीमीटर कम है. जाहिर है कि बक्सर में वार्निंग लेवल 50.32 मीटर एवं लाल निशान 60.32 मीटर निर्धारित है. शुक्रवार की शाम 06 बजे गंगा का जलस्तर 59.28 मीटर दर्ज किया गया था, जो वार्निंग लेवल से मात्र 4 सेंटीमीटर कम तथा खतरे के निशान से 1.04 मीटर कम था. ऐसे में पिछले चौबीस घंटे में 44 सेंटीमीटर गंगा का पानी बढ़ा है. केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक शनिवार की सुबह 7 बजे से गंगा का जलस्तर 2 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ते हुए सुबह 8 बजे 59.49 मीटर हो गया था. फिर सुबह 8 बजे से वृद्धि दर घटकर 1 सेंटीमीटर प्रतिघंटा हो गई. लेकिन 08 बजे के बाद हर घंटे 02 सेंटीमीटर बढ़ने लगा और शाम 04 बजे से 01 सेंटीमीटर प्रति घंटे हो गया. इस तरह पानी बढ़ोतरी की रफ्तार में उतार-चढ़ाव का क्रम जारी है. आलम यह है कि शहर का रामरेखाघाट का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह जलमग्न हो गया और निचले मुहल्लों में पानी प्रवेश कर गया है.बाढ़ को लेकर प्रशासन अलर्ट : गंगा के उफान को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. गंगा के दियारा क्षेत्र के लोगों में जान-माल की चिंता सताने लगी है. बक्सर-कोइलवर तटबंध की निगरानी बढ़ा दी गई है. गंगा में नावों के परिचालन पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. आपदा शाखा के प्रभारी पदाधिकारी कुमार नचिकेता ने कहा कि बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. आपदा विभाग की ओर से आश्रय स्थल के अलावा राहत सामग्री की व्यवस्था कर ली गई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है