बक्सर
. गंगा के जलस्तर में कमी आने लगी है. इससे फिलहाल बाढ़ का खतरा टल गया और गंगा के कछारी इलाकों में राहत की उम्मीद जग गयी है. जलस्तर ठहराव के बाद सोमवार को 14 घंटों में मामूली कमी दर्ज की गई. हालांकि उतार-चढ़ाव के साथ दो-चार घंटे के अंतराल में गंगा का जलस्तर घटने-बढ़ने का ट्रेंड चल रहा था, लेकिन मंगलवार से पानी घटने का सिलसिला शुरू हो गया. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक 02 सेंटीमीटर प्रति घंटे के हिसाब से घटते हुए गंगा का जलस्तर मंगलवार की शाम 6 बजे 59.50 मीटर हो गया था. जो खतरे के निशान से 82 सेंटीमीटर कम है. 2 सेमी प्रतिघंटे की दर से जलस्तर घटने का सिलसिला अपराह्न 03 बजे से शुरू हुआ था. इससे रिहायशी इलाकों के निचले हिस्सों से भी पानी खिसकने लगा है. बक्सर में वार्निंग लेवल 50.32 मीटर एवं लाल निशान 60.32 मीटर निर्धारित है. 59.84 मीटर के उच्चतम बिंदु पर पहुंचकर ठहरा था जलस्तरसोमवार को तड़के 4 बजे 59.84 मीटर के उच्चतम बिंदु पर पहुंचकर स्थिर हो गया था.पानी में यह ठहराव पूर्वाह्न 09.00 बजे तक रहा. जिसके एक घंटे बाद पूर्वाह्न 10.00 बजे से प्रति दो घंटा 01 सेंटीमीटर की दर से पानी में कमी आने लगी और शाम 06.00 बजे तक जलस्तर 04 सेंटीमीटर घटकर 59.80 मीटर पर आ गया था. जबकि रविवार की शाम 06.00 बजे भी जलस्तर 59.80 मीटर दर्ज की गई थी. एक दिन पूर्व शनिवार को शाम 6 बजे गंगा 59.72 मीटर पर बह रही थी. लेकिन शाम 06 बजे गंगा का जलस्तर प्रति 3 घंटे 01 सेंटीमीटर के हिसाब से बढ़ने लगा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है