बक्सर. बकसर में नवचयनित पुलिस जवानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है. प्रशिक्षण के इस महत्वपूर्ण चरण में प्रशिक्षणार्थियों को स्वच्छ, संतुलित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जीविका दीदियों द्वारा संचालित दीदी की रसोई की व्यवस्था की गई है. यह पहल न केवल प्रशिक्षण में लगे जवानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है, बल्कि जीविका दीदियों के लिए भी आजीविका का एक सशक्त एवं सम्मानजनक स्रोत बन चुकी है. पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन के लिए प्रसिद्ध जीविका दीदी की रसोई का औपचारिक उद्घाटन पुलिस अधीक्षक शुभम आर्या, तथा जीविका परियोजना प्रबंधक दयानिधि चौबे ने पुलिस लाइन में किया. उद्घाटन समारोह में रिबन काटकर इस प्रतिष्ठित पहल की शुरुआत की गई. कार्यक्रम में बीएसएपी के अन्य अधिकारीगण, जिला अधिप्राप्ति प्रबंधक, प्रखंड परियोजना प्रबंधक, जीविकोपार्जन विशेषज्ञ, लेखपाल, सामुदायिक समन्वयक, संकुल स्तरीय संघ की प्रतिनिधि दीदियां, तथा चयनित रसोई संचालन में कार्यरत जीविका दीदियां भी शामिल रहीं. इस रसोई केंद्र से प्रतिदिन लगभग 300 प्रशिक्षणार्थियों को भोजन प्रदान किया जा रहा है. भोजन में पोषण, सुपाच्यता और संतुलन का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. खाना बनाने से लेकर परोसने तक की प्रक्रिया में सभी दीदियां मास्क, एप्रन, ग्लव्स आदि का उपयोग कर रही हैं, जिससे स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित किया जा सके. कार्यक्रम के समापन पर सभी अतिथियों ने जीविका दीदियों द्वारा परोसे गए भोजन का स्वाद चखा और उसके स्वाद, गुणवत्ता एवं स्वच्छता की सराहना की. यह पहल स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि जब सरकारी विभाग एवं सामुदायिक संगठन मिलकर कार्य करते हैं, तो परिणाम न केवल प्रभावशाली होते हैं, बल्कि समाज में दूरगामी सकारात्मक परिवर्तन की नींव भी रखी जाती है. अब जीविका दीदी की रसोई सिर्फ एक भोजन केंद्र नहीं रही, बल्कि यह स्वावलंबन और सशक्तिकरण की वह रसोई बन चुकी है, जहां से आत्मनिर्भरता की खुशबू उठ रही है.
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